Lok Sabha Election Result 2024: उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों ने बदलती राजनीति का नमूना पेश किया है. यूपी में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सबको चौंका दिया क्योंकि ऐसा माना जा रहा था कि बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में बड़े अंतर से सीटें जीतेगी, लेकिन जनता ने उन सभी अटकलों और एग्जिट पोल के दावों को उलट दिया और नतीजा यह हुआ कि एनडीए को महज 36 सीटों से संतोष करना पड़ा. वहीं इंडिया गठबंधन को 43 सीटें मिली हैं. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि अयोध्या मंडल में आने वाली लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसानों का सामना करना पड़ा. बता दें कि कानपुर-बुंदेलखंड की ज्यादा तर सीटों पर भी यही स्थिति नजर आई. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में इन सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने एक से पांच लाख वोटों से जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार नजारा बिल्कुल अलग था. चाहे भाजपा हो, कांग्रेस हो, सपा हो या बसपा, इस बदलाव ने सबको चौंका दिया है.
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करीबी रहा मुकाबला
आपको बता दें कि कानपुर-बुंदेलखंड की 10 विधानसभा सीटों में कन्नौज को छोड़कर बाकी पर वोटों का अंतर काफी कम रहा था. अकबपुर, बांदा, जालौन और उन्नाव में जीते प्रत्याशियों के वोटों का अंतर थोड़ा अधिक रहा, लेकिन पिछले चुनाव में लाखों की जीत के बजाय सभी लोग हजारों की जीत तक ही सीमित रह गए. इसी तरह फर्रुखाबाद में मुकेश राजपूत और डॉ. नवल किशोर शाक्य के बीच पूरी मतगणना के दौरान लुका-छिपी का खेल चलता रहा था. कभी मुकेश आगे होते तो कभी नवल पीछे, कई बार बढ़त का अंतर 500 वोटों से भी कम रहा.
फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति को मिली हार
आपको बता दें कि हमीरपुर में पुष्पेंद्र सिंह चंदेल और अजेंद्र सिंह लोधी के बीच भी ऐसा ही हुआ, दोनों एक दूसरे से आगे निकलने और पीछे धकेलने की होड़ में दिखे. फतेहपुर में भी शुरुआती दौर में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के बीच ऐसी ही तनातनी देखने को मिली थी.
वहीं अकबरपुर में जहां देवेंद्र सिंह भोले और राजाराम पाल के बीच लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला, वहीं कानपुर लोकसभा क्षेत्र में रमेश अवस्थी और आलोक मिश्रा के बीच लगातार मुकाबला देखने को मिला. इसी तरह अन्य सीटों पर भी शुरू से लेकर अंत तक खींचतान का दौर चला.
2019 में 13 में से 8 सीटों पर जीती थी BJP
आपको बता दें कि चंदौली, राबर्ट्सगंज, बलिया, मछलीशहर, सलेमपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, लालगंज, जौनपुर और घोसी इंडिया गठबंधन के खाते में सीट गई. जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और उसकी सहयोगी अपना दल ने पूर्वांचल की 13 में से 8 सीटों पर जीत हासिल की थी. वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, राबर्ट्सगंज, बलिया, मछलीशहर और सलेमपुर पर जीत मिली थी.
HIGHLIGHTS
- UP के नतीजों ने सबको चौंकाया
- 10 में से 6 सीटों पर BJP को मिली हार
- बड़े उलटफेर से पार्टी में हलचल तेज
Source :News Nation Bureau