हनुमान बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संस्थापक और नागौर से मौजूदा लोकसभा सांसद हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों में, बेनीवाल ने कांग्रेस उम्मीदवार ज्योति मिर्धा को 1,81,260 वोटों के बड़े अंतर से हराकर नागौर निर्वाचन क्षेत्र जीता. उन्हें 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन प्राप्त था, क्योंकि उनकी पार्टी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा थी. उन्होंने तीन कृषि बिलों के विरोध के कारण 2020 में एनडीए छोड़ दिया.
बेनीवाल ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2008 में भाजपा उम्मीदवार के रूप में खींवसर से जीता था, जब उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार दुर्ग सिंह को 24,443 मतों से हराया था. बेनीवाल को बाद में पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ आरोपों को लेकर 2013 में भाजपा ने निलंबित कर दिया था.
हालांकि, बेनीवाल ने 2013 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता और बसपा और भाजपा उम्मीदवारों को हराकर अपनी खींवसर सीट बरकरार रखी. 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में, बेनीवाल ने पहली बार आरएलपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार सवाई सिंह चौधरी और भाजपा के रामचन्द्र उत्ता को हराकर खींवसर में फिर से जीत हासिल की. आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में बेनीवाल फिर से खींवसर से चुनाव लड़ रहे हैं.
निजी जीवन पर एक नजर
बता दें कि, बेनीवाल की उम्र 51 साल है. उनके ऊपर एक केस भी है. उनकी कुल संपत्ति 80.7 लाख रुपये है, जबकि चल संपत्ति 69.7 लाख रुपये है. वहीं उनकी अचल संपत्ति 11लाख रुपये हैं. बेनिवाल पर कोई देयताएं नहीं है. उनकी स्व आय 23.4 लाख रुपये है, जबकि कुल आय 23.4 लाख रुपये है.
Source : News Nation Bureau