Modi 3.0 Cabinet: नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है. उनके साथ-साथ कुल 72 मंत्रियों ने भी शपथ ली है. इनमें 30 ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली तो 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्री प्रमुख रूप से शामिल रहे. अपने दो कार्यकाल पूरा करने के बाद एनडीए (NDA) को उम्मीद थी कि उनका तीसरा कार्यकाल इससे भी बड़ा होगा. यानी उनके पास 400 पार सीट आ जाएंगी, हालांकि विरोधियों को बेहतर प्रदर्शन ने उनकी उम्मीद को थोड़ा कम कर दिया और एनडीए 293 पर ही सिमट गया. हालांकि सरकार बनाने का दावा पेश किया गया और एनडीए को तीसरी बार सरकार बनाने का मौका भी मिल गया. बात करें एनडीए की तो सबसे ज्यादा हिस्सेदारी इसमें बीजेपी (BJP) की रही. आइए जानते हैं किस दल को मोदी कैबिनेट में कितनी जगह मिली.
मोदी कैबिनेट में दलों की स्थिति
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने जहां प्रधानमंत्री पद की शपथ ली वहीं अपने साथ उन्होंने अपनी कैबिनेट को पद की शपथ दिलाई. इस तरह करीब 16 दलों को मोदी कैबिनेट में मौका मिला है. कुछ कैबिनेट मंत्री, कुछ स्वतंत्र प्रभार कुछ राज्यमंत्री के तौर पर मोदी ब्रिगेड में जुड़े हैं. हालांकि हर किसी की नजर इस बार बीजेपी के साथ-साथ दो और दलों पर है. इनमें पहला टीडीपी और दूसरा जेडीयू है. इन दोनों ही दलों को इस बार सरकार बनाने में किंगमेकर के रूप में देखा जा रहा है. इन दोनों दलों से कुल 28 सांसद लोकसभा पहुंचे हैं.
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टीडीपी ने जहां 16 लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया है वहीं जनता दल (यू) ने 12 लोकसभा सीट जीतकर एनडीए में अपनी अलग जगह बनाई है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि इन दोनों ही दलों को अपनी मर्जी के मुताबिक कैबिनेट में जगह दी जाएगी. दरअसल मोदी ब्रिगेड में सबसे ज्यादा सीटें बीजेपी की होने की वजह से पार्ट परसेंटेज भी बीजेपी का ही ज्यादा है. 240 सांसदों में से 82 फीसदी हिस्सेदारी एनडीए प्रमुख घटक बीजेपी की रही है, बीजेपी के कुल 25 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है. जबकि इनमें 3 स्वतंत्र प्रभार और 32 राज्य मंत्री हैं. इस तरह मंत्रिमंडल में कुल 60 मंत्री बीजेपी के हैं और इसका कुल हिस्सा 84.6 फीसदी है.
दूसरे नंबर पर TDP
वहीं दूसरे नंबर पर टीडीपी है. चंद्रबाबू नायडू की इस पार्टी ने 16 सीट पर जीत दर्ज की है. एनडीए में इनकी हिस्सेदारी 5.4 प्रतिशत है हालांकि कैबिनेट में सिर्फ 1 मंत्री को जगह मिली , वहीं किसी को भी स्वतंत्र प्रभार नहीं दिया गया, जबकि 1 राज्य मंत्री बनाया गया. इस तरह टीडीपी का एनडीए मंत्रिमंडल में हिस्सा 2.8 फीसदी रहा.
जेडीयू के खाते में क्या आया
तीसरे नंबर पर जनता दल (यू) का रहा. जेडीयू ने 12 सीटों पर कब्जा जमाया और एनडीए में इनकी हिस्सेदारी 4 फीसदी रही. कैबिनेट मिनिस्टर की बात करें तो जेडीयू से भी 1 को मौका मिला, वहीं स्वतंत्र प्रभार एक भी नेता को नहीं दिया गया, 1 राज्यमंत्री जरूर बनाया गया. मंत्रिमडल में हिस्सेदारी की बात करें तो जेडीयू की भी 2.8 फीसदी हिस्सेदारी रही.
शिवसेना ने भी दिखाया दम
चौथे नंबर पर रही शिवसेना (एकनाथ शिंदे). शिवसेना के कुल 7 सांसद इस बार लोकसभा पहुंचे हैं. एनडीए में इनकी भागीदारी 2.3 प्रतिशत रही है, हालांकि इनमें से किसी को भी कैबिनेट और राज्य मंत्री नहीं बनाया गया है. हां एक सांसद को स्वतंत्र प्रभार जरूर दिया गया है. शिवसेना की मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी की बात करें तो यह 1.4 फीसदी रही.
LJP को क्या मिला
बिहार से ही दूसरा बड़े दल के रूप में लोक जनशक्ति पार्टी ने भी इस बार चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है. चिराग पासवान के नेतृत्व में पार्टी ने 5 लोकसभा सीटों पर जीद दर्ज की. एनडीए में इनकी भागीदारी 1.7 प्रतिशत रही, हालांकि इन्हें कैबिनेट में 1 मंत्री मिला, जबकि स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्री के तौर पर फिलहाल कोई जगह नहीं दी गई है. मंत्रिमंडल में एलजेपी की कुल हिस्सेदारी 1.4 प्रतिशत रही.
Source : News Nation Bureau