PM Modi Rally: वाराणसी से नामांकन भरने के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 16 मई को उत्तर प्रदेश पहुंच रहे हैं. दरअसल एनडीए के 400 पार के आंकड़े को हासिल करने के लिए यूपी का किला फतह करना काफी अहम है. यही वजह है कि चार चरण के मतदान के बाद अब पांचवे चरण की वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी में ताबड़तोड़ रैलियां करने जा रहे हैं. यूपी कितना अहम है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गुरुवार को पीएम मोदी एक ही दिन में एक दो नहीं बल्कि चार रैलियां करने जा रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है उनका पूरा प्रोग्राम.
दिल्ली फतह का रास्ता यूपी से
दिल्ली के तख्त पर काबिज होने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है. यही वजह है कि कोई भी दल यूपी को नजरअंदाज नहीं कर सकता है. बीजेपी ने भी यहां पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. पूर्वांचल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ताबड़तोड़ रैलियां करने जा रहे हैं. इससे पहले वाराणसी में अपने नामांकन के दौरान ही पीएम मोदी ने बीजेपी की शक्ति का प्रदर्शन कर दिया था. यहां पर जिस तरह जन सैलाब उमड़ा और बीजेपी के कद्दावर नेताओं का जमघट लगा वो साफ इशारा कर रहा था कि यूपी में बीजेपी ने अपनी जमीन मजबूत कर ली है.
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यहां रैलियां करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 16 मई को प्रतापगढ़, आजमगढ़, जौनपुर और भदोही में रैली को संबोधित करेंगे. पीए मोदी यहां बीजेपी प्रत्याशियों के लिए न सिर्फ प्रचार करेंगे बल्कि उनकी दावेदारी को मजबूत करने की कोशिश भी करेंगे. हालांकि इन सीटों पर छठे चरण में मतदान होना है.
पीएम मोदी की रैलियों की शुरुआत सपा के मजबूत किले आजमगढ़ से होगी. यहां पर मोदी लालगंज और निजामाबाद विधानसभा क्षेत्र को कवर करेंगे. जबकि दूसरी रैली जौनपुर में होगी. जौनपुर में मछलीशहर में पीएम मोदी की रैली होना है. इसके बात प्रधानमंत्री मोदी की तीसरी रैली भदोही में होगी जबकि चौथी और अंतिम रैली प्रतापगढ़ में होगी.
एक दिन सबसे ज्यादा रैलियां
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री की एक दिन में सबसे ज्यादा रैलियां 16 मई को ही हो रही हैं. पीएम मोदी के इस तूफानी दौरे से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह बीजेपी यूपी को फतह करने के लिए अपनी कमर कस रही है.
पूर्वांचल में सपा से टक्कर
बीजेपी की पूर्वी उत्तर प्रदेश जिसे पूर्वांचल भी कहा जाता है यहां पर सीधी टक्कर समाजवादी पार्टी के साथ है. जिन सीटों पर पीएम मोदी रैलियां कर रहे हैं वहां पर भी बीजेपी का मुकाबला सपा उम्मीदवारों से ही माना जा रहा है. हालांकि इंडिया गठबंधन का मानना है कि इन सीटों पर उन्हें सफलता हासिल होगी.
पूर्वांचल का सियासी समीकरण
पूर्वी उत्तर प्रदेश यानी पूर्वांचल की बात करें तो बीते लोकसभा चुनाव यानी 2019 में भारतीय जनता पार्टी की यहां पर कसर रह गई थी. यानी सभी सीटों पर बीजेपी को जीत नहीं मिली थी. बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन की वजह से बीजेपी ने बीते आम चुनाव में कुछ जगहों पर हार का मुंह देखा था. पूर्वांचल में कुल 26 लोकसभा सीटे हैं.
इनमें से 17 सीट पर बीजेपी ने अपनी जीत दर्ज की थी. जबकि दो सीट पर एनडीए के सहयोगी पार्टी अपना दल ने सफलता हासिल की. इस तरह एनडीए के खाते में 19 सीटें आईं. लेकिन 7 सीट पर बीजेपी को हार का मुंह भी देखना पड़ा. जिन सात सीट पर बीजेपी को शिकस्त मिली उनमें घोसी, आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर, अंबेडकर नगर प्रमुख रूप से शामिल हैं. यानी इस बार बीजेपी का फोकस इन सीटों पर होगा और यहां की हार को जीत में तब्दील करने पर भी रहेगा.
मोदी और योगी के लिए खास है पूर्वांचल
पूर्वांचल की बात की जाए तो यह पीएम मोदी और सीएम योगी दोनों के लिए ही काफी खास है क्योंकि वाराणसी लोकसभा सीट जो पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है वह पूर्वांचल में ही आता है. इसी तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से लंबे समय तक संसद के निचले सदन में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. हालांकि बीते चुनाव में उन्होंने इसी सीट पर अभिनेता रवि किशन को मौका दिया और उन्होंने भी यहां से भारी बहुमत से जीत हासिल की थी.
अब बीजेपी के इन दोनों ही स्टार प्रचारकों पीएम मोदी और योगी की कोशिश होगी कि इस बार पूर्वांचल में पिछली कमी को पूरा किया जाए और यहां पर इस बार बड़ी जीत के साथ 400 पार के आंकड़े के लिए अपनी ताकत झोंक दी जाए.
Source : News Nation Bureau