Lok Sabha Election 2024: घर खरीदने का बना रहे प्लान? जानें कैसे रियल एस्टेट सेक्टर पर असर डालता है चुनाव

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम रियल एस्टेट क्षेत्र पर भी असर डाल रहे हैं.. दरअसल आमतौर पर लोकसभा चुनावों के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र 'धीमा' हो जाता है.

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Sourabh Dubey
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property ( Photo Credit : social media)

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम रियल एस्टेट क्षेत्र पर भी असर डाल रहे हैं.. दरअसल आमतौर पर लोकसभा चुनावों के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र 'धीमा' हो जाता है. निवेशक "वेट एंड वॉच" की नीति को चुनते हैं. खासतौर पर इस वक्त रियल एस्टेट निवेशक, सरकार की नीति में संभावित बदलाव की आशंका के मद्देनजर ज्यादा सतर्क हो जाते हैं. जानकार बताते हैं कि, चुनावी मौसम में रियल एस्टेट निवेशकों के फैसले चुनाव को लेकर मौजूदा माहौल, शेयर बाजार और यहां तक कि एग्जिट पोल से बाजार पर पड़ने वाले प्रभाव पर भी निर्भर हो सकते हैं. हालांकि लास्ट यूजर, मसलन अंतिम ग्राहक पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ता. क्योंकि वह रियल एस्टेट प्रोपर्टी या घर खरीदने का फैसला तब करते हैं, जब उन्हें बाजार में सही प्रोजेक्ट अच्छे सौदे में मिले... ऐसे में चलिए जानते हैं कि, आखिर रियल एस्टेट क्षेत्र में कैसे असर डालते हैं चुनाव?

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लोकसभा चुनाव 2019 का रियल एस्टेट बाजार पर असर

अपने पहले कार्यकाल (2014) के दौरान, मोदी सरकार ने बुनियादी ढांचे के विकास को गति दी थी और डेमो, रेरा और जीएसटी जैसे प्रमुख नीतिगत बदलाव किए, दिवाला और दिवालियापन संहिता और बेनामी लेनदेन (निषेध) अधिनियम जैसे पुराने अधिनियमों में संशोधन किया और योजनाएं शुरू कीं. जैसे 100 स्मार्ट सिटी, 2022 तक सभी के लिए आवास, मेक इन इंडिया, अमृत शहर आदि. विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले पांच (2019 से) वर्षों में रियल एस्टेट क्षेत्र पर उनके कार्यान्वयन का समग्र प्रभाव देखा गया है.

इसके अलावा, 2019 में चुनावों के दौरान, प्राथमिक और द्वितीयक बाजार धीमे हो गए और इच्छुक खरीदारों और निवेशकों ने "वेट एंड वॉच" का विकल्प चुना. नतीजों के बाद और खरीदारों और निवेशकों को नए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर सरकार के जोर का आश्वासन मिलने के बाद गति बढ़ी.

गौरतलब है कि, भारत के आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र में 2016 से 2019 के बीच एक बड़ी मंदी देखी गई. 2016 और 2017 के बीच नीतिगत सुधारों के कारण बाजार में बड़ा बदलाव आया, जिसके बाद 2018 में आईएल एंड एफएस मुद्दे के बाद एनबीएफसी संकट आया. इससे काफी नुकसान हुआ आवासीय रियल एस्टेट उद्योग में उथल-पुथल मच गई.

इससे जुड़ी एक हालिया रिसर्च में ये खुलासा हुआ है कि, लोकसभा चुनाव 2024 स्पष्ट संकेत दे रहा है कि, इस साल आवास बिक्री और नए लॉन्च का बाजार शिखर पर पहुंच सकता है. 

क्या घर खरीदने वालों को अभी घर खरीदने का फैसला लेना चाहिए या नहीं?

अगर आप एक औसत रेंज में घर की खरीददारी करने के इच्छुक हैं, तो एक अच्छी प्रोपर्टी पसंद करके सही मूल्यांकन कर डील डन कर सकते हैं. 

Source :

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