Leader of Opposition in Lok Sabha: लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर एनडीए सरकार बनाने जा रहा है. 9 जून रविवार को नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. 543 लोकसभा सीट में इस बार एनडीए को जहां 293 सीटें मिली हैं वहीं इंडिया गठबंधन (INDIA) ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 234 सीट पर जीत दर्ज की है. कांग्रेस (Congress) का प्रदर्शन भी बीते दो लोकसभा चुनाव के मुकाबले काफी बेहतर रहा है. 2014 में जहां कांग्रेस 44 सीट पर सिमट गई थी वहीं इस बार कांग्रेस ने अपने दम पर 99 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार लोकसभा में नेता विपक्ष कांग्रेस से ही होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं नेता विपक्ष के पास क्या अधिकार होते हैं. या नेता विपक्ष को कितनी आमदनी यानी वेतन मिलता है. अगर नहीं तो इस लेख में हम आपको देंगे इन सभी सवालों के जवाब.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पास होते हैं ये अधिकार
लोकसभा में किसी भी नेता प्रतिपक्ष के पास काफी अहम अधिकार होते हैं. दरअसल नेता प्रतिपक्ष कई संयुक्त संसदीय पैनल में शामिल रहता है. इसके साथ-साथ चयन समितियों का भी प्रमुख हिस्सा होता है. इनमें प्रवर्तन निदेशायल यानी ईडी जिसका जिक्र इन दिनों राजनीति में काफी होने लगा है.
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इसकी चयन समिति में भी लोकसभा का नेता प्रतिपक्ष होता है. इसके अलावा देश की सबसे बड़ा जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के प्रमुखों की नियुक्ति करने में भी नेता प्रतिपक्ष के पास अधिकार होता है. नेता प्रतिपक्ष इन सबके अलावा केंद्रीय सतर्कता आयोग और केंद्रीय सूचना आयोग जैसे वैधानिक निकायों के प्रमुखों के चयन और नियुक्ति समितियों का भी प्रमुख हिस्सा होते हैं. कुल मिलाकर नेता प्रतिपक्ष के पास एक केंद्रीय मंत्री के बराबर के अधिकार होते हैं.
नेता प्रतिपक्ष का कितना होता है वेतन, क्या मिलती हैं सुविधाएं
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष को केंद्रीय मंत्रिमंडल के बराबर का दर्जा प्राप्त होता है. लिहाजा उसका वेतन भी इसी स्तर का होता है. इस पद पर बैठे व्यक्ति को हर महीने 3.3 लाख रुपए वेतन मिलता है. यानी सालानी 36 लाख से ज्यादा का पैकेज होता है. वहीं जो आवास केंद्रीय मंत्री को मिलता है वैसा ही घर नेता प्रतिपक्ष को मिलता है.
इसके साथ ड्राइवर समेत एक कार भी सरकार की ओर से दी जाती है. कुल 14 लोगों का स्टाफ नेता प्रतिपक्ष के पास होता है. इसके साथ-साथ हर महीने सत्कार भत्ता भी सरकार की ओर से दिया जाता है. कुल मिलाकर नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट मिनिस्टर की तरह वेतन, भत्ते और सुविधाएं मिलती है.
राहुल गांधी बन सकते हैं नेता प्रतिपक्ष
इंडिया गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ही है. 99 सीट के साथ कांग्रेस गठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल है और नेतृत्व भी कर रहा है. लिहाजा माना जा रहा है कि राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है. हालांकि बीते चुनावों में राहुल गांधी ने इस तरह के पद को स्वीकार नहीं किया था. उन्होंने पार्टी के प्रदर्शन को बड़ी वजह बताया था.
Source : News Nation Bureau