Lok Sabha Speaker: देश की 18वीं लोकसभा के लिए नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है और इसी के साथ देश में एक बार फिर एनडीए (NDA) की सरकार बन गई है. पीएम मोदी के साथ-साथ 72 मंत्रियों ने भी शपथ ली है. मोदी कार्यकाल में ये सबसे बड़ा मंत्रिमंडल है. पहली कार्यकाल में जहां 42 मंत्रियों ने शपथ ली थी, वहीं दूसरे में ये आंकड़ा 54 था. लेकिन इस बार इसमें जबरदस्त इजाफा हुआ और कुल 72 मंत्रियों के कुनबे के साथ मोदी सरकार 3.0 काम करती नजर आएगी. इस बार बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार नहीं बना पाई यही वजह है कि इस बार एनडीए के घटक दलों के साथ ही सरकार को आगे बढ़ना है ऐसे में मंत्रिमंडल का बड़ा होना लाजमी है. लेकिन इन सबके बीच सवाल उठ रहा है कि इस बार मोदी सरकार (Modi Government) में लोकसभा का स्पीकर कौन होगा? लोकसभा स्पीकर की रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं. आइए जानते हैं कौन हैं इस रेस के खिलाड़ी.
लोकसभा स्पीकर की रेस में कौन-कौन
मोदी सरकार 1.0 में जहां सुमित्रा महाजन के जरिए पीएम मोदी ने महिला शक्ति को मौका देते हुए लोकसभा स्पीकर बनाया था वहीं दूसरे कार्यकाल में राजस्थान के कद्दावर नेता ओम बिडला के जरिए भी उन्हों जातीगत समीकरणों के साधने की कोशिश की थी. हालांकि बार मोदी के बेड़े में से किसे मौका दिया जाएगा इसको लेकर स्थिति अब तक साफ नहीं हुई है. लेकिन कुछ नाम जरूर आगे चल रहे हैं.
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इन नामों पर लग रहे कयास
लोकसभा स्पीकर की रेस में सबसे आगे जिस नाम की चर्चा है वह है आंध्र प्रदेश के राजसमुंदरी से सांसद दग्गुबाती पुरुंदेश्वरी, इसके अलावा ओम बिडला को भी दोबारा मौका मिल सकता है. हालांकि मोदी हमेशा ही अपने फैसलों से सभी चौंकाते रहे हैं. ऐसे में हो सकता है कि किसी ऐसे नाम को जगह दी जाए जो आने वाले चुनावों खास तौर पर जम्मू-कश्मीर को साधने में मददगार साबित हो.
दग्गुबाती पुरंदेश्वरी के नाम पर लग सकती है मुहर
आंध्र प्रदेश का रोल इस बार सरकार बनाने से लेकर लोकसभा तक दोनों ही लिहाज से महत्वपूर्ण है. यहां पर बीजेपी-टीडीपी के गठबंधन ने एक बार फिर मोदी को मौका दिया है. इस बीच आंध्र प्रदेश की बीजेपी अध्यक्ष रामुंदरी सांसद दग्गुबाती पुरंदेश्वरी के नाम की चर्चा भी जोरों पर हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी और खासतौर पर मोदी इन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं. पुरंदेश्वरी तीन बार सांसद रह चुकी हैं. उन्हें बीते वर्ष ही आंध्र प्रदेश में बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया था. प्रदेश में टीडीपी और जनसेना से गठबंधन कराने में पुरंदेश्वरी की भूमिका भी अहम मानी जा रही है.
दग्गुबाती पुरुंदेश्वरी को मौका मिलता है तो आंध्र प्रदेश से वह दूसरी सांसद होंगी जिसे लोकसभा अध्यक्ष बनाया जाएगा. उनसे पहले अमलापुरम के पूर्व सांसद गंति मोहन चंद्र जिन्हें बालयोगी भी कहा जाता था. वह 12वीं लोकसभा में स्पीकर का पदभार संभाल चुके हैं. हालांकि इस दौरान उनकी एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी.
बिडला बना सकते हैं रिकॉर्ड
मोदी 3.0 में अगर दोबारा ओम बिडला को स्पीकर बनाया जाता है तो वह एक नया रिकॉर्ड भी बना सकते हैं. दरअसल ओम बिडला दूसरी बार लोकसभा स्पीकर बनकर अपना कार्यकाल पूरा करते हैं तो वह बलराम जाखड़ का बनाया रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. जाखड़ अकेले ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने दो बार लोकसभआ स्पीकर के पद पर काम किया और इसे पूरा किया.
क्यों खास है लोकसभा स्पीकर का पद
लोकसभा स्पीकर का पद संवैधानिक पद है, ऐसे में इनकी मंजूरी के बिना सदन में कुछ भी नहीं होता है. उनके फैसले को ही अंतिम निर्णय माना जाता है, यही कारण है कि लोकसभा स्पीकर की भूमिका एक निर्णायक के रूप में होती है. वहीं बहुमत साबित करते वक्त दल-बदल कानून को लागू करने में भी स्पीकर का रोल काफी अहम होता है. इसके अलावा संसद को स्थगित करना हो या फिर किसी सांसद को निलंबित करना हो ये सभी अधिकार भी स्पीकर के पास ही होते हैं. यही वजह है कि हर दल चाहते हैं कि उनकी पार्टी का ही स्पीकर बने.
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Source : News Nation Bureau