नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में 8,000 मेहमान उपस्थित रहे. इसके साथ ही 58 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. 24 मंत्रियों ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली. 9 मंत्रियों ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली. वहीं 24 मंत्रियों ने राज्य मंत्री की पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार से छह नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया है. लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान, बीजेपी के पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई. वहीं, आरके सिंह को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और अश्विनी चौबे और बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई.
बिहार के 6 मंत्री से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों पर एक नजर
रामविलास पासवान
लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. हालांकि, पासवान इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा था. इससे पहले वो हाजीपुर से सांसद चुने गए थे. पासवान को राज्यसभा भेजने की तैयारी चल रही है. पासवान को भारतीय दलित राजनीति के प्रमुख नेताओं में एक माना जाता है. पासवान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं.
रविशंकर प्रसाद
17वीं लोकसभा चुनाव में पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को हराया. रविशंकर प्रसाद को पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है. रविशंकर प्रसाद ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. रविशंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. पिछली सरकार में वह सूचना व प्रौद्योगिकी और कानून व न्याय मंत्री के तौर पर देश की सेवा कर रहे थे.
गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह पिछली मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री थे, लेकन इस बार उन्हें प्रमोशन दिया गया और वह कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. गिरिराज एक ओर जहां हिन्दुत्व का झंडा बुलंद करते हैं तो दूसरी ओर पीएम मोदी के 'हनुमान' कहे जाते हैं. दरअसल, ये नाम उन्हें इसलिए मिला है क्योंकि वह खुद कहते हैं कि पीएम मोदी के हनुमान हैं. पीएम मोदी जो आदेश करेंगे, वह वही करेंगे. गिरिराज सिंह बेगूसराय से सीपीआई के कन्हैया कुमार को 4 लाख 22 हजार मतों से हराया.
राजकुमार सिंह
बिहार की आरा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह (आरके सिंह) ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर शपथ ली है. उनकी गिनती मोदी कैबिनेट के परफॉर्मर मंत्रियों में होती है. नौकरशाह से राजनेता बने आरके सिंह इस बार भी आरा सीट से बड़े अंतर से जीतकर आए हैं. उन्होंने भाकपा माले के राजू यादव को मात दी थी. आरके सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह राजनेता बनने के बाद भी कड़क हैं और अपने सिद्धांतों के बूते ही काम करते हैं.
अश्विनी कुमार चौबे
केंद्र की मोदी सरकार में अश्विनी चौबे राज्यमंत्री बनाए गए हैं. उनकी पहचान बीजेपी के फायरब्रांड नेता के तौर पर होती है. बक्सर सीट जीतकर लोकसभा पहुंचे बिहार बीजेपी के इस सीनियर नेता को इस बार भी मोदी मंत्रिपरिषद में जगह मिली है. चौबे मूल रूप से भागलपुर के दरियापुर के रहने वाले हैं और सांसद बनने से पहले बिहार विधानसभा के लिए लगातार पांच बार चुने गए. वह पीएम मोदी के चहेते माने जाते हैं.
नित्यानंद राय
बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए हैं. वह अमित शाह के बेहद करीबी माने जाते हैं और अब पीएम मोदी की मंत्रिपरिषद का हिस्सा होने जा रहे हैं. वर्ष 2016 में बीजेपी का अध्यक्ष बनने के बाद बीते ढाई वर्षों में उन्होंने गुटों में बंटी बिहार बीजेपी को भी आम सहमति के मंच पर ला खड़ा किया. 1990 में अपने नौजवानी के दिनों में लालू यादव की सत्ता को चुनौती दी थी.
Source : News Nation Bureau