बिहार में 12 मई को 8 सीटों पर चुनाव होंगे. लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 127 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला एक करोड़ 36 लाख 67 हजार 828 वोटर करेंगे. इसके लिए 13,963 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. 6th फेज में सबसे रोचक बात यह है कि आठ में से 4 सीटों पर दो-दो EVM लगाए जाएंगे. चुनाव आयोग को पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली व सीवान में दो-दो ईवीएम लगाने पड़ेंगे. क्योंकि इन सीटों पर प्रत्याशियों की संख्या 15 से अधिक है. पूर्वी चंपारण में 22, शिवहर में 18, वैशाली में 22 और सीवान में 19 उम्मीदवार मैदान में हैं.
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लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण में 12 मई को बिहार की एक करोड़ अधिक जनता अपने 8 नेताओं को संसद में भेजने के लिए मतदान करेगी. इस चरण में वाल्मीकिनगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान एवं महाराजगंज में चुनाव होगा. बता दें वाल्मीकिनगर में 13, पश्चिम चंपारण में 09, गोपालगंज (सु) में 13 और महाराजगंज में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. आइए देखें किस सीट पर कैसा है मुकाबला...
सीवान
यहां दो बाहुबलियों के बीवियों के बच मुकाबला है. जदयू की कविता सिंह व राजद की हेना शहाब चुनाव मैदान में हैं., भाकपा माले के अमरनाथ यादव की मौजूदगी भी कुछ कमाल दिखा सकती है. बता दें शहाबुद्दीन के आतंक से यह जिला हमेशा सुर्खियों में बना रहा. 1995 में जनसंघ के उम्मीदवार पंडित जर्नादन तिवारी को हराकर मो. शहाबुद्दीन राजद से पहली बार सांसद बने. वे लगातार तीन बार सांसद रहे.
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कोर्ट ने शहाबुद्दीन के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी. 2009 में ओमप्रकाश यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़कर शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को हराकर बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके बाद 2014 में मोदी लहर में ओमप्रकाश फिर हिना शहाब को हराकर सांसद बने.
वाल्मीकिनगर
वाल्मीकिनगर में कांग्रेस के शाश्वत केदार, जदयू के बैद्यनाथ प्रसाद महतो व बसपा के दीपक यादव, शिवहर में राजद के सैयद फैसल अली व बीजेपी की रमा देवी एवं बसपा के मुकेश कुमार झा के बीच कड़ा मुकाबला है.
गोपालगंज
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी का गोपालगंज गृह जनपद गोपालगंज में जदयू के डॉ. आलोक कुमार सुमन राजद के सुरेंद्र राम, वैशाली में राजद के डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह, लोजपा की वीणा देवी आदि के भाग्य का फैसला 12 मई को हो जाएगा. यहां 2014 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी के जनक राम सांसद चुने गए.
पूर्वी चंपारण
यहा बीजेपी के राधामोहन सिंह एवं रालोसपा के आकाश सिंह के बीच मुकाबला है. राधामोहन सिंह यहां से पांच बार के सांसद हैं राधामोहन सिंह को 1989, 1996, 1999, 2009 व 2014 में पूर्वी चंपारण की जनता ने संसद में भेजा.
पश्चिमी चंपारण
यहां बीजेपी के संजय जायसवाल व रालोसपा के ब्रजेश कुमार कुशवाहा के बीच मुकाबला है. यहां 1996 से तीन बार से बीजे के डॉ. मदन प्रसाद जायसवाल यहां से सांसद रहे. 2004 में राजद के पं. रघुनाथ झा ने उनके विजय रथ को रोका, लेकिन 2009 के बाद यहां से डॉ. मदन प्रसाद जायसवाल के पुत्र डॉ. संजय जासवाल जीतते आ रहे हैं.
महाराजगंज
बीजेपी के जनार्दन सिंह सीग्रीवाल, राजद के रणधीर सिंह, महाराजगंज में बसपा के अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव में कड़ी टक्कर है. पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर यहां से 1989 में रिकार्ड मतों से चुनाव जीते थे. उनके इस्तीफा देने के बाद रामबहादुर सिंह सांसद चुने गए. यहां से लगातार तीन बार और कुल चार बार प्रभुनाथ सिंह सांसद रहे हैं. वर्तमान में बीजेपी के जनार्दन सिंह सिग्रीवाल यहां से सांसद है.
HIGHLIGHTS
- सीवान में दो बाहुबलियों की बीवियों में रोचक मुकाबला
- अभी आठों सीटों पर है बीजेपी का कब्जा
- पूर्वी चंपारण से केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह की साख दांव पर
Source : DRIGRAJ MADHESHIA