लोकसभा में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण (Women Reservation) का बिल अभी भी लंबित है. हालांकि 17वीं लोकसभा महिला सांसदों की भागीदारी से रिकॉर्ड रचने जा रही है. इस बार कुल 78 महिला बतौर सांसद निर्वाचित होकर संसद पहुंची हैं. महिला भागीदारी के लिहाज से उत्तर प्रदेश और बंगाल आगे है, जिसने 11-11 महिला सांसदों को चुन कर भेजा है. इस बार देश भर में कुल 724 महिलाओं ने चुनावी हुंकार भरी थी. महिलाओं को टिकट देने में कांग्रेस 54 के साथ सबसे आगे रही, जबकि 53 महिलाओं के साथ बीजेपी दूसरे नंबर पर रही. यही नहीं, आधी दुनिया यानी महिला सांसदों का स्ट्राइक रेट (Strike Rate) भी पुरुष उम्मीदवारों की तुलना में काफी बेहतर रहा है.
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महिलाओं ने मारे बड़े तीर
इस वर्ग में भी सबसे पहला नाम जीत के लिहाज से अमेठी से बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी (Smriti Irani) का आता है, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को पराजित किया. उन्हें 49.71 फीसदी वोट मिले, जबकि राहुल गांधी 43.86 वोट हासिल कर सके. बीजेपी ने देश भर में 53 महिलाओं को टिकट दिया था, जिसमें से 40 ने जीत दर्ज की. बीजेपी की महिला उम्मीदवारों का स्ट्राइक रेट 74.1 प्रतिशत रहा, जबकि पुरूष सांसदों का स्ट्राइक रेट 68 प्रतिशत रहा. इसी तरह तृणमूल कांग्रेस (TMC) में महिला उम्मीदवारों का स्ट्राइक रेट 52.9 प्रतिशत रहा, जो पुरूषों के स्ट्राइक रेट से थोड़ा ज्यादा है. वायएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) और डीएमके ने जिन महिला सांसदों को टिकट दिया था, सभी जीतकर संसद पहुंचीं हैं. इसके विपरीत कांग्रेस की महिला उम्मीदवारों का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा खराब रहा.
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30 महिला उम्मीदवारों की जीत का अंतर लाख से रहा ज्यादा
17वीं लोकसभा में सबसे ज्यादा 78 सांसद होंगी. इनमें से 30 उम्मीदवार ऐसी हैं, जो 1 लाख या उससे ज्यादा वोटों के अतर से जीतीं हैं. महिलाओं में सुल्तानपुर से बीजेपी उम्मीदवार मेनका गांधी (Maneka Gandhi) सबसे कम 14,500 वोटों के अंतर से जीतीं हैं. वहीं वड़ोदरा से बीजेपी उम्मीदवार रंजनबेन भट्ट सबसे ज्यादा 5,89,177 वोटों के अंतर से जीतीं हैं.
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लोकसभा में महिलाओं की अब तक भागीदारी
17वीं लोकसभा में महिलाओं की भागीदारी का प्रतिशत 14 फीसदी है. संख्या के लिहाज से 78 महिलाएं जीत कर सांसद पद (Oath) की शपथ लेंगी. 16वीं लोकसभा में निर्वाचित महिला सांसदों की संख्या 64 तो 15वीं लोकसभा में यही संख्या 52 थी. महिला सांसदों की अब तक की इस सर्वाधिक भागीदारी के साथ ही नई लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या कुल सदस्य संख्या का 17 प्रतिशत हो जाएगी. महिला सांसदों की सबसे कम संख्या 9वीं लोकसभा में 28 थी.
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कुल 724 महिला उम्मीदवार थीं मैदान में
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कुल 8049 उम्मीदवार (Women Candidates) मैदान में थे। इनमें 724 महिला उम्मीदवार थीं. मौजूदा लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 64 है. इनमें से 28 मौजूदा महिला सांसद चुनाव मैदान में थी. चुनाव हारने वाली प्रमुख महिला उम्मीदवारों में कन्नौज से एसपी सांसद डिंपल यादव, रामपुर से बीजेपी उम्मीदवार जयाप्रदा शामिल हैं. 17वीं लोकसभा (2019 Loksabha Elections) के लिए बसपा ने 24, तृणमूल कांग्रेस ने 23, सीपीआई (एम) ने 10, एनसीपी ने 5 महिला प्रत्यासियों को मैदान में उतारा था. बतौर निर्दलीय (Independent) 222 महिलाओं ने चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाई.
HIGHLIGHTS
- इस बार कुल 78 महिला बतौर सांसद निर्वाचित होकर संसद पहुंची हैं.
- महिला भागीदारी के लिहाज से उत्तर प्रदेश और बंगाल आगे है.
- वड़ोदरा से बीजेपी उम्मीदवार रंजनबेन भट्ट 5,89,177 वोटों से जीतीं.
Source : News Nation Bureau