भारत में रोजगार तलाश रहे 80 प्रतिशत युवा राजनीति में रुचि रखते हैं. प्रमुख जॉब साइट इंडीड (Indeed) की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय युवा अपना करियर राजनीतिक विश्लेषक, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक पत्रकार के तौर पर देख रहे हैं. प्लेसमेंट कंपनी ने एक बयान में कहा कि सर्वे में यह भी खुलासा हुआ है कि राजनीति में करियर बनाने वाली महिलाओं (12 प्रतिशत) की अपेक्षा पुरुष (21 प्रतिशत) ज्यादा इच्छुक हैं.
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11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर किए गए सर्वे में पाया गया कि 59 प्रतिशत मानते हैं कि राजनीति में करियर बनाने के लिए किसी को जनता के बीच बोलने और प्रस्तुति देने के गुण होने चाहिए. वहीं 53 प्रतिशत लोगों के अनुसार पूर्णकालिक नेता बनने के लिए किसी के अंदर नेतृत्व क्षमता और विरोधाभासी प्रबंधन कला का होना आवश्यक है. सर्वे में 24 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने मुख्यधारा के राजनीतिक करियर को रुचिकर बताया. वहीं 21 प्रतिशत राजनीति को करियर बनाने चाहते हैं. वहीं राजनीतिक विश्लेषक (34 प्रतिशत), समाज सेवा के लिए राजकीय संगठन में काम करने और राजनीतिक पत्रकारिता जैसे राजनीति से संबंधित क्षेत्रों में काम कर राजनीति से जुड़ना चाहते हैं.
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आधे उत्तरदाताओं ने कहा कि नेता बनने के लिए किसी को नेतृत्व क्षमता और विरोधाभासी प्रबंधन कला जरूरी है. वहीं 49 प्रतिशत उत्तरदाताओं के अनुसार, नेता बनने के लिए श्रोताओं को समझने की जरूरत होती है. बयान के अनुसार लगभग 37 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि राजनीति में काम करने के लिए आपको संकट प्रबंधन और समस्या सुलझाने का प्रबंधन होना जरूरी है. वहीं 47 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि विश्लेषणात्मक सोच का कौशल इसके लिए जरूरी है.
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इंडीड इंडिया के प्रबंध निदेशक शशि कुमार के अनुसार पिछली पीढ़ियों के विपरीत आज के युवा स्वयंसेवा, चैरिटी संस्थाओं को दान, स्थानीय व्यापारों को सहयोग करने और सामुदायिक प्रयासों के साथ-साथ सरकार को समाज की सहायता करने का मार्ग मानते हैं. उन्होंने कहा कि पारदर्शिता की मांग के साथ, युवा उल्लेखनीय प्रभाव डालने पर विश्वास करते हैं. यह सर्वेक्षण 22-25 फरवरी को किया गया जिसमें देश भर के 22- 36 आयुवर्ग के 1,201 युवाओं को शामिल किया गया.
Source : IANS