Lok Sabha Election: सूरत की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. अपना नामांकन वापस लेने के बाद वे भाजपा में शामिल हो गए. बीते कुछ दिन पहले पार्टी को सूरत में भी ऐसे ही हालात का सामना करना पड़ा था. अब इंदौर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस चुनावी मैदान में नहीं है. ऐसा बताया जा रहा है कि अक्षय बाम जब नामांकन फॉर्म वापस लेने के लिए पहुंचे तो उनके साथ भाजपा विधायक रमेश मेंदोला भी थे. आपको बता दें कि इंदौर की लोकसभा सीट से भाजपा ने मौजूदा सांसद शंकर लालवानी को टिकट सौंपा है.
इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्री अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी, मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी व प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp जी के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है. pic.twitter.com/1isbdLXphb
— Kailash Vijayvargiya (Modi Ka Parivar) (@KailashOnline) April 29, 2024
कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बाम के नामांकन वापस लेने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करके उनका स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम का पीएम मोदी, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी में स्वागत है.
पार्टी के साथ बड़ा धोखा: कांग्रेस
इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बाम के नामांकन वापस लेने पर पर भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेस नेता मुकेश नायक का कहना है कि ये पार्टी के साथ बहुत बड़ा धोखा है. भाजपा ने निर्लज्जता की सभी हदों को पार कर दिया है. खजुराहो की तरह अब इंदौर में भी पार्टी किसी अन्य उम्मीदवार को लेकर विचार विमर्श करेगी.
अक्षय बाम के इंदौर से नामांकन वापस लेने और भाजपा में शामिल होने को लेकर भाजपा नेता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के गृह नगर इंदौर कांग्रेस मुक्त हो गया गया है. बड़े-बड़े दावे करने वाले पटवारी, देख लें इंदौर में कांग्रेस के क्या हालात हैं. अब जीतू पटवारी को अपने पद से इस्तीफ दे देना चाहिए.
चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होने वाली है
अक्षय बम ने पांच दिन पहले ही यानी 24 अप्रैल को अपना नामांकन दर्ज किया था. आपको बता दें कि इंदौर, उज्जैन, धार समेत आठ लोकसभा सीटों पर चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होने वाली है. बीते दिनों गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर ऐसा ही देखने को मिला. यहां कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी के नामांकन को प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में गड़बड़ी के कारण रद्द कर दिया गया था. इसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने एक दिन पहले उनका नामांकन रद्द कर दिया. इसके बाद सभी उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया. सूरत सीट पर भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिए गए.
Source : News Nation Bureau