Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं, ऐसे में ये सीट देश की सबसे बड़ी हॉट सीट बन गई है. खास बात तो ये की पीएम मोदी के समाने चुनाव लड़ने के लिए अजब गजब प्रत्याशियों की होड़ लग गयी है. कोई अपने आप को कागज में जिन्दा रखने के लिए लड़ रहा है तो कोई घोड़े पर चढ़कर नामांकन करने आ रहा है तो कोई रोटी और प्याज खाते पीएम मोदी को टक्कर देने की बात कर रहा. देखिये काशी में अजब चुनाव की गजब कहानी.
हमें तो विश्वास है की हम ही जीतेंगे
लोकतंत्र की खूबसूरती यही है की कोई भी किसी के विरोध में चुनाव लड़ सकता है और इसी का नायब नमूना काशी में नामांकन के दौरान देखने को मिला सबसे पहले पीडीएम यानी पिछड़ा दलित मुसलमान पार्टी कहती है की हमारी चुनौती है, हमारे साथ ओवैसी है हम मुद्दों के आधार पर चुनाव लडेंगे इनका अपना ही दवा है. चुनाव लड़ने का कहते है हमें तो विश्वास है की हम ही जीतेंगे.
दूसरी ओर घोड़े पर होकर पहुंचे नामांकन करने विनोद कुमार यादव का कहना है की सरकार जो भी आती है जनता के हितों को ध्यान में नहीं रखती. इसलिए हम उनका ध्यान आकर्षित करना चाहते है और घोड़े पर इसलिए आए की पेट्रोल का दाम बढ़ गया है.
जिंदा होने का प्रमाण मिल सके
कई तस्वीरों में एक तस्वीर नजर आईं, जहां एक शक्स एक तख्ती अपने गले में लटकाया हुआ दिखा जिसमें लिखा था, मैं जिंदा हूं इनका नाम संतोष है इनका कहना है की कागजों में हम मुर्दा घोषित हो चुके है और चुनाव इसलिए लड़ना चाहते है ताकि हमें जिंदा होने का प्रमाण मिल सके.
इसके बाद हमे नजर आया एक शक्स प्याज और रोटी खाने में लगा था जमीन पर बैठकर दरअसल ये महोदय पूर्वांचल महापंचायत पार्टी से है. इनका नाम है मिंटू इनका आरोप है की इन्हें नामांकन ही नहीं करने दिया जा रहा है. पेशे से ये खेती किसानी करते है किसी तरह अपनी रोजी रोटी चलाते है पर जनता के दर्द को दूर करने के लिए चुनाव लड़ रहे है.
चुनाव लड़ने का दावा
इसके बाद गले में कई मेडल लटकाए हुए मनीष यादव जो पिछले कई सालों से अपने समाजसेवा के काम को दर्शाते हैं, ये मानवीय भारत पार्टी से चुनाव मैदान में हैं और समाज के उत्थान के लिए चुनाव लड़ने का दावा करते हैं. इसके अलावा एक शक्स और मिले जो राजस्थान, सतना से चलकर आए हैं. मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए. बहरहाल देश के प्रधानमंत्री के सामने चुनाव लड़ने वालों की होड़ सी लगी है ताकि वो भी सुर्खियों में आ सकें. साल 2014 में पीएम के खिलाफ 40 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे तो 2019 में 26 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़े और अब इस बार 80 से अधिक लोग नामांकन पत्र ले चुके हैं और उम्मीद में इनमें से शायद ही किसी की जमानत बच पाए पर चर्चा में जरूर रहेंगे.
Source : News Nation Bureau