Arun Govil : देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. बीजेपी और कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी चुनावी तैयारियों में व्यस्त हैं. राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर रहे हैं तो नेता अपना सियासी भविष्य संवारने के लिए अपने हिसाब से राजनीतिक गोटियां फिट करने में लगे हैं. ऐसे में कुछ दलों ने हर बार की तरह इस बार भी बॉलीवुड अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को चुनाव मैदान में उतारा है. इस क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने रामायण के राम यानी अरुण गोविल को उत्तर प्रदेश की मेरठ-हापुड सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया है. क्योंकि मेरठ को रावण की ससुराल माना जाता है. ऐसे में रावण की ससुराल में राम का जुमला इन दिनों खूब चल रहा है. लोगों में भी टीवी के राम को लेकर भारी उत्साह है. आम लोगों की तो बात क्या करें बीजेपी समेत दूसरी पार्टियों के कार्यकर्ता भी अरुण गोविल के साथ सेल्फी ले रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अरुण गोविल मेरठ के लिए नए नहीं हैं. मेरठ ही उनकी जन्मस्थली है. यहीं के स्कूलों और फिर यूनिवर्सिटी से उन्होंने पढ़ाई पूरी की है.
अरुण गोविल ने कहा कि उनके लिए जन्मस्थली ही कर्मभूमि
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अरुण गोविल ने कहा कि उनके लिए जन्मस्थली ही कर्मभूमि है. अरुण गोविल का कहना है कि उनकी घर वापसी हुई है. एक न्यूज चैनल पर इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि उनका अभिनेता से नेता बनने का सफर काफी लंबा है. फिलहाल उनको को जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह उसको पूरा कर जनता की उम्मीदों पर सौ प्रतिशत खरा उतरना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यहां पढ़ा और बड़ा हुआ हूं. मेरठ की मिट्टी से मुझे गहरा लगाव है. मेरठ आना दिल की तसल्ली देने वाला पल है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लगता है मैं यहां रहूंगा या नहीं, लेकिन मैं उनको आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं कहीं जाने वाला नहीं हूं. यहीं रहकर लोगों की सेवा करूंगा.
अरुण गोविल को बीजेपी ने मेरठ से बनाया उम्मीदवार
90 के दशक के शानदार सीरियल रामायण में श्रीराम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनने के बाद कहा कि पहले अयोध्या जाकर काफी दुख होता था, लेकिन अब रामनगरी में जाकर तसल्ली मिलती है. अरुण गोविल का कहना है उनको यकीन नहीं था कि उनके जीवनकाल में ऐसा पल भी आएगा जब अयोध्या में भगवान श्रीराम विराजमान होंगे.
Source : News Nation Bureau