ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'झूठों का बादशाह' करार दिया है. उनकी यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तेलांगना में हुई रैली के जवाब में थी. विगत दिनों आयोजित इस रैली में मोदी ने ओवैसी को 'हैदराबाद के विकास' में 'स्पीड ब्रेकर' करार दिया था. वैसे भी ओवैसी इसके पहले बीजेपी खासकर पीएम मोदी पर अपने तीखे बयानों के लिए जाने जाते रहे हैं.
मंगलवार रात एक रैली में बोलते हुए ओवैसी ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झूठ एक ही तराजू के दो पलड़े हैं. ऐसे में' उन्हें 'चौकीदार' नहीं, बल्कि 'झूठों का बादशाह' कहना चाहिए.' उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर पीएम मोदी ने राज्य के लिए किया ही क्या है? हमने राज्य की भलाई और विकास के लिए कई प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे, लेकिन उनमें से एक पर भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई.
इसके पहले ओवैसी ने एक ट्वीट के जरिये भी पीएम मोदी पर करारा हमला बोला. इस ट्वीट में ओवैसी ने लिखा, 'पीएम मोदी ने मजलिस को 'स्पीड ब्रेकर' करार दिया है और हम सगर्व इसे स्वीकार करते हैं. हम उस हर शख्स के लिए स्पीड ब्रेकर हैं जो हमारे संविधान और तहजीब को नष्ट करना चाहता है.' इस ट्वीट के बाद एआईएमआईएम प्रमुख ने पीएम मोदी को उनके भाषण को लेकर 'छिछोरा' तक करार दिया.
ओवैसी ने प्रधानमंत्री पर चुनाव जीतने के लिए सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा, 'मोदी हैदराबाद आए और अपनी आदत के अनुरूप सिर्फ झूठ ही बोले. वह प्रधानमंत्री के बजाय बीजेपी की आईटी सेल के किसी ट्रोल की तरह बोल रहे थे. अगर उन्हें मौका मिले तो जानकारी कर लें कि असदुद्दीन ओवैसी उन चंद सांसदों में से एक है जिसने संसदीय निधि और संसदीय उपस्थिति का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड रखा है.'
Source : News Nation Bureau