लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के पांचवें चरण में 6 मई को सात राज्यों की 51 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस फेज में बिहार की पांच सीटों सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर (सु) पर भी चु्नाव होने हैं. पांचों सीटों पर 82 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा. अगर इस चरण के प्रमुख चेहरों की बात करें तो मधुबनी में वीआईपी के बद्री पूर्वे, निर्दलीय शकील अहमद, सारण से बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी और आरजेडी के चंद्रिका राय, हाजीपुर से आरजेडी के शिवचंद्र राम, एलजेपी के पशुपति कुमार पारस, मुजफ्फरपुर में बीएसपी की स्वर्णलता देवी और बीजेपी के अजय निषाद, सीतामढ़ी में जेडीयू के सुनील कुमार पिन्टू, आरजेडी के अर्जुन राय के बीच टक्कर है.
सारण में एनडीए-महागठबंधन के बीच गढ़ बचाने की चुनौती
राज्य के तीन-तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की राजनीतिक भूमि सारण में इस बार एनडीए-महागठबंधन के बीच गढ़ बचाने की चुनौती है. यह सीट एनडीए के तहत बीजेपी के खाते में आई है. यहां से राजीव प्रताप रूडी और महागठबंधन से राजद के चंद्रिका प्रसाद राय आमने-सामने हैं. एम-वाई समीकरण बनाकर लालू यादव इस सीट से चार बार सांसद रहे हैं, जबकि राजपूत और वैश्यों की बदौलत बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी इस सीट से 3 बार चुने गए.
यह भी पढ़ेंः सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी ऐसे बन गई वोट कटवा, चुनाव दर चुनाव खिसकती गई जमीन
शुरू में यहां से अपने ससुर चंद्रिका राय को टिकट देने पर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप नाराज थे. उन्होंने लालू-राबड़ी मोर्चा के उम्मीदवार को लड़ाने का ऐलान भी कर दिया था, लेकिन परिवार के दबाव के चलते अब तेजप्रताप नरम पड़ गए हैं.
मधुबनी में महागठबंधन दरक गया है
बिहार के मधुबनी सीट पर महागठबंधन दरक गया है. वीआइपी के कोटे की इस सीट से कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे डॉ शकील अहमद ने निर्दलीय पर्चा दाखिल किया है. शकील अहमद बिहार में कांग्रेस के बड़ा अल्पसंख्यक चेहरा माने जाते थे. यहां बीजेपी से अशोक यादव (हुकुमदेव नारायण यादव के बेटे) वीआइपी के बद्री पूर्वे और निर्दलीय डॉ शकील अहमद चुनावी मैदान में हैं.
सीतामढ़ी में जातिगत गोलबंदी पर सारा दारोमदार
एनडीए की सदस्य आरएलएसपी ने 2014 में इस सीट को 1.48 लाख वोट के बड़े अंतर से जीता था. मौजूदा सांसद राम कुमार शर्मा ने अब अपनी नई पार्टी राष्ट्रवादी लोक समता पार्टी बना ली है. जेडीयू के घोषित उम्मीदवार डॉ वरुण कुमार से टिकट लेने और फिर सुनील कुमार पिंटू को बीजेपी से जेडीयू में लाकर टिकट दिए जाने से सारे समीकरण बदल गए हैं. महागठबंधन की ओर से आरजेडी ने अर्जुन राय को उतारा है.
मुजफ्फरपुर में कड़ी टक्कर के आसार
मुजफ्फरपुर में एनडीए की ओर से इलाके के पुराने कद्दावर नेता स्वर्गीय कैप्टन जयनारायण निषाद के बेटे बीजेपी उम्मीदवार के रूप में ताल ठोक रहे हैं. महागठबंधन की ओर से वीआईपी ने राज भूषण चौधरी निषाद को यहां से उम्मीदवार बनाया है. मुजफ्फरपुर में निषाद वोटों की संख्या अधिक है, ऐसे में मुजफ्फरपुर में वीआईपी मुखिया मुकेश साहनी को इस सीट पर अपनी 'सन ऑफ मल्लाह' वाली इमेज को साबित करने के लिए कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
हाजीपुर में मुकाबला आरजेडी - एलजेपी के बीच
हाजीपुर लोकसभा सीट पर इस बार लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद राम विलास पासवान इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. अपनी जगह पर उन्होंने अपने भाई पशुपति कुमार पारस को मैदान में उतारा है. वहीं आरजेडी की ओर से शिवचंद्र राम मैदान में हैं.
जातीय आधार पर यहां सियासी समीकरण पर नजर डालें तो इस क्षेत्र में यादव, राजपूत, भूमिहार, कुशवाहा, पासवान और रविदास की संख्या सबसे अधिक है.
पांचवें चरण में इन 7 राज्यों की 51 लोकसभा सीटों पर होगा मतदान -
उत्तर प्रदेश- 14 सीटेंः सीतापुर, मोहनलालगंज, फिरोजाबाद, धौरहरा, अमेठी, लखनऊ, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा, बाराबंकी, कौशांबी, कैसरगंज, गोंडा, बहराइच,
बिहार- 5 सीटेंः मधुबनी, सीतामढ़ी, सारण, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर
पश्चिम बंगाल - 7 सीटेंः उलुबेरिया, श्रीरामपुर, बंगांव, बैरकपुर, हावड़ा, हुगली, आरामबाग
मध्य प्रदेश- 7 सीटेंः दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद, बैतूल, टीकमगढ़
राजस्थान- 12 सीटेंः बीकानेर, गंगानगर, झुंझुनू, चुरू, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली धौलपुर, दौसा, नागौर, सीकर
जम्मू-कश्मीर - लद्दाख, शोपियां जिले में मतदान
झारखंड- रांची, खूंटी, कोडरमा, हजारीबाग
Source : News Nation Bureau