त्रिपुरा में बीजेपी के नेतृत्ववाली महज एक साल पुरानी गठबंधन सरकार को पहला बड़ा झटका लगा है. गठबंधन के घटक दल आईपीएफटी ने शनिवार को राज्य की दो लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. बीजेपी ने उम्मीदवारों को वापस लेने की अपील की है. इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने पार्टी अध्यक्ष और राजस्व मंत्री नरेंद्र चंद्रदेबबर्मा को त्रिपुरा पूर्व सीट से और युवा नेता सुखला चरण नोआतिआ को त्रिपुरा पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) त्रिपुरा के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा संभवत: शनिवार रात या रविवार सुबह करेगी.
सहयोगी दल के उठाए कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने कहा, 'हम आईपीएफटी अपील करना चाहेंगे कि वह अपने फैसले पर फिर से विचार करे और अपने उम्मीदवारों को वापस ले ले, वरना राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी इसका चुनावी फायदा उठा लेंगे.'
दिनभर चली आईपीएफटी की केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के बाद पार्टी महासचिव एवं वन मंत्री मेवेर कुमार जमातिया ने पार्टी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की.
मीडिया से बातचीत में देबबर्मा और जमातिया ने कहा कि वे लंबे अरसे से बीजेपी से आग्रह कर रहे थे कि वह त्रिपुरा (पूर्व) सीट से आईपीएफटी का उम्मीदवार उतारने दे, क्योंकि यह सीट जनजातियों के लिए आरक्षित है.
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देबबर्मा ने कहा, 'चूंकि बीजेपी ने हमारा प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया, मेरे पास दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के सिवाय कोई विकल्प नहीं था. हालांकि, हम गठबंधन सरकार से समर्थन वापस नहीं लेंगे. आईपीएफटी चाहती है कि राजग मौजूदा लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में फिर से सरकार बनाए.'
बीजेपी महासचिव राम माधव, उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा और शिक्षा एवं कानून मंत्री रतन लाल नाथ ने यहां बुधवार व गुरुवार को अलग-अलग बैठकें की थी, जो बेनतीजा रहीं.
पश्चिमी त्रिपुरा में मतदान पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को और पूर्वी त्रिपुरा में दूसरे चरण के तहत 18 अप्रैल को होगा.
Source : IANS