मध्य प्रदेश की इंदौर, गुना और विदिशा सीट को लेकर भाजपा और कांग्रेस में माथापच्ची

मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस ने अब तक 22 और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
मध्य प्रदेश की इंदौर, गुना और विदिशा सीट को लेकर भाजपा और कांग्रेस में माथापच्ची

पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी (फाइल फोटो)

Advertisment

मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस ने अब तक 22 और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. बाकी सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को लेकर दोनों दलों में आंतरिक विचार-विमर्श चल रहा है. सबकी नजर इंदौर, विदिशा और गुना संसदीय क्षेत्रों पर टिकी है, जहां से उम्मीदवार तय करने के लिए दोनों ही दलों में तमाम दावेदारों के नामों पर माथापच्ची जारी है.

यह भी पढ़ें ः पीएम नरेंद्र मोदी के बालाकोट-पुलवामा पर दिए बयान को चुनाव अधिकारी ने आचार संहिता का उल्‍लंघन माना : मीडिया रिपोर्ट्स

बीजेपी अभी तक जिन आठ संसदीय क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के नामों का फैसला नहीं कर पाई है, उनमें इंदौर, विदिशा, गुना, सागर, खजुराहो, धार, रतलाम और भोपाल शामिल हैं. वहीं, कांग्रेस को अभी सात संसदीय क्षेत्र गुना, भिंड, ग्वालियर, राजगढ़, विदिशा, इंदौर, धार के लिए उम्मीदवारों का ऐलान करना है. विदिशा और इंदौर बीजेपी के गढ़ हैं, जहां से बीजेपी 1989 से लगातार लोकसभा चुनाव जीतती आ रही है. दोनों ही क्षेत्रों के वर्तमान सांसद सुषमा स्वराज और सुमित्रा महाजन ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.

यह भी पढ़ें ः कई प्रदेशों में ईवीएम खराब होने की खबरें, कुछ बूथों पर मतदान रुका

उधर, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद हैं और इस क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. इस पर 1999 से कांग्रेस का कब्जा है. लिहाजा दोनों दल अपने गढ़ को बचाए रखने के साथ एक-दूसरे के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश में हैं. राज्य के 29 संसदीय क्षेत्रों में चार चरणों में 29 अप्रैल, छह मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होने जा रहा है. चौथे चरण में 29 अप्रैल को मध्यप्रदेश के छह संसदीय क्षेत्रों, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, सीधी, शहडोल व जबलपुर में मतदान होगा है, इन क्षेत्रों में मंगलवार तक नामांकन पत्र भी भरे जा चुके हैं.

यह भी पढ़ें ः गूगल का डूडल भी दे रहा मतदान करने का संदेश

राज्य में बीजेपी अब तक 21 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी हैं, उसने वर्ष 2014 में चुनाव जीतने वाले आठ सांसदों को इस बार चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया है. इन सांसदों के कामकाज के तरीके को लेकर मतदाताओं में असंतोष होने की बात सामने आई थी. ऐसा माना जा रहा है कि गुना से कांग्रेस का वही उम्मीदवार होगा, जिसे ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहेंगे. वर्तमान में सिंधिया के गुना अथवा ग्वालियर से चुनाव लड़ने की चर्चा है, इसलिए पार्टी ने दोनों ही सीटों से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया है.

यह भी पढ़ें ः Lok sabha Election First Phase Live: बागपत में सुबह 9 बजे तक 11 फीसद, मेरठ में 10 फीसद, बिहार के गया में 11 फीसद मतदान

सिंधिया परिवार का विदिशा व इंदौर में प्रभाव होने के कारण पार्टी संभावित उम्मीदवारों के नामों पर मंथन कर रही है. इसके उलट बीजेपी के विदिशा व इंदौर से सांसदों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. ऐसी स्थिति में भाजपा यहां से मजबूत उम्मीदवार की तलाश में है. इंदौर के मामले में बीजेपी कहीं ज्यादा सजग है और उसे सुमित्रा महाजन की पसंद पर भी गौर करना पड़ रहा है. उधर, विदिशा से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से नाता रखने वाले को उम्मीदवार बनाने पर विचार हो रहा है.

यह भी पढ़ें ः Voting Time : इस बार कहीं 7 से 5 तो कहीं 7 से 4 बजे तक होगा मतदान, पढ़ें पूरी खबर

पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य के 29 संसदीय क्षेत्रों में से बीजेपी ने 27 और कांग्रेस ने दो पर जीत दर्ज की थी। बाद में रतलाम संसदीय क्षेत्र में हुए उप-चुनाव में कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया निर्वाचित हुए थे. इस तरह वर्तमान में प्रदेश से बीजेपी के 26 और कांग्रेस के तीन सांसद हैं. राजनीतिक विश्लेषक सॉजी थॉमस ने कहा कि राज्य में आगामी चुनाव दिलचस्प होगा, क्योंकि इस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और यह चुनाव कमलनाथ सरकार के लिए काफी अहम बन गया है. बीजेपी जहां कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर हमले बोल रही है तो कांग्रेस 75 दिन के शासनकाल के 83 वादों को पूरा करने का दावा कर रही है.

यह भी पढ़ें ः राहुल गांधी के पास है इतने करोड़ रुपये की संपत्ति, पिछले 5 साल में हुआ इतना इजाफा

उन्होंने कहा, "हालांकि दोनों दल इस चुनाव में अपने को पूरी तरह सुरक्षित नहीं पा रहे हैं, यही कारण है, उम्मीदवारी के चयन को लेकर पार्टी को माथापच्ची करनी पड़ रही है." जानकारों की मानें तो राज्य की करीब 12 सीटें ऐसी हैं जहां कड़ा मुकाबला हो सकता है, यही कारण है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही चिंतित हैं. कांग्रेस को जहां गुना, छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र सुरक्षित नजर आ रहे हैं, वहां भाजपा मुरैना, विदिशा, जबलपुर, उज्जैन, मंदसौर, टीकमगढ़ को सुरक्षित मानकर चल रही है. उधर, भोपाल, इंदौर, खजुराहो, दमोह, रतलाम, खंडवा, सीधी, रीवा, शहडोल, सतना, बालाघाट और सागर में कड़ा मुकाबला होने की संभावना है.

Source : IANS

PM Narendra Modi lok sabha election 2019 Kamalnath General Election 2019 Lok Sabha Seats in Madhya Pradesh indore constituency Guna Constituency Vidisha constituency
Advertisment
Advertisment
Advertisment