गरौठा, झांसी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक जवाहर राजपूत के सत्ता के नशे में चूर बेटे ने पुलिस वाले को ही तमाचा जड़ दिया. उस पुलिस वाले का कसूर सिर्फ इतना था कि अपनी ड्यूटी निभाते हुए उसने बीजेपी विधायक के बेटे से बगैर नंबर की कार के रजिस्ट्रेशन पेपर मांग लिए थे. एसएसपी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
'वीवीआईपी संस्कृति' को बेनकाब करती इस घटना से परिचित एक पुलिस अधिकारी ने बताया बीजेपी विधायक जवाहर राजपूत के बेटे राहुल राजपूत को मोदी चौराहे पर रोका गया. उस वक्त चुनाव आचार संहिता लागू होने से नियमित चैकिंग चल रही थी. राहुल की कार पर नंबर प्लेट नहीं थी, तो एसएचओ ने गाड़ी के कागजात मांग लिए. बस, इतनी सी बात पर राहुल ने आपा खो दिया.
राहुल ने पुलिस को धौंस में लेते हुए कहा कि वह विधायक का बेटा है और उसे गाड़ी के कागजात मांगना बहुत भारी पड़ेगा. इसके बावजूद जब पुलिस कागजात देखने पर अड़ी रही, तो राहुल ने उसे तमाचा मार दिया, बावर्दी पुलिस अधिकारी को तमाचा मारने पर राहुल को तुरंत हिरासत में लेकर थाने ले आया गया.
इधर घटना की जानकारी मिलते ही बीजेपी विधायक जवाहर राजपूत अपने समर्थकों के साथ थाने के सामने धरने पर बैठ गए. उनका कहना था पुलिस वालों ने राहुल के साथ मारपीट की है. इसके साथ ही वह दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए.
हालांकि देर रात विधायक के बेटे राहुल को छोड़ दिया गया. एएसपी अब पूरे मामले खासकर विधायक की शिकायत पर जांच कर रहे हैं. झांसी के डीएम शिव सहाय का कहना है कि घटना के उपलब्ध विडियो के आधार पर प्रशासन निष्पक्ष जांच और कार्रवाई होगी.
Source : News Nation Bureau