बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने मंगलवार को चुनाव आयोग से कहा कि, चुनाव के दौरान किसी पार्टी के उम्मीदवार द्वारा आचार संहिता उल्लंघन मामले में प्रतिबंध के दौरान यदि वह किसी सार्वजनिक स्थान पर जाता हैं या मंदिर में प्रार्थना करता हैं तो इसे मीडिया में नहीं दिखाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा इसे रोका जाना चाहिए. बसपा सुप्रीमों ने आगे कहा कि, चुनावों के दौरान रोड शो और नमाज अदा करना एक फैशन बन गया है, जहां बहुत पैसा खर्च होता है. मायावती ने कहा कि चुनाव आयोग को इस खर्च को उम्मीदवार की कुल व्यय सीमा में जोड़ना चाहिए.
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इसके अलावा मायावती ने बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए कहा, पीएम मोदी सरकार की नैया डूब रही है. इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं.
बसपा सुप्रीमों ने कहा, जनता को वरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है. अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए. जनता ने ऐसे बहरुपियों से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं है ऐसा साफ लगता है.
Source : News Nation Bureau