केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका का विरोध किया सीबीआई ने दलील दी कि लालू प्रसाद यादव ने अस्पताल से राजनीतिक गतिविधियां संचालित कीं और चुनावी मौसम में उन्हें जमानत नहीं मिलनी चाहिए. चारा घोटाले में दोषी आरजेडी (RJD) नेता लालू प्रसाद यादव लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए जमानत की मांग कर रहे थे.
सीबीआई ने कहा, मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मांगकर लालू प्रसाद यादव सुप्रीम कोर्ट को गुमराह कर रहे थे, जबकि उनका एकमात्र उद्देश्य लोकसभा चुनाव की गतिविधियों में शामिल होना था. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह 10 अप्रैल को राजद नेता की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगा.
प्रसाद वर्तमान में झारखंड की राजधानी रांची की बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में बंद हैं. उन्होंने झारखंड उच्च न्यायालय के 10 जनवरी के फैसले को चुनौती दी है, जिसमें उनकी याचिका खारिज कर दी गई थी.
लालू प्रसाद को जिन तीन मामलों में दोषी ठहराया गया है, वे 900 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित हैं, जो 1990 के दशक की शुरुआत में पशुपालन विभाग में कोषागार से धन की धोखाधड़ी से संबंधित था, जब झारखंड बिहार का हिस्सा था.
Source : News Nation Bureau