उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "अब, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वे भारत में आपकी संपत्ति का सर्वेक्षण करेंगे. आप सारी मेहनत और परिश्रम करेंगे, लेकिन कांग्रेस के लोग आपको लूटने आएंगे. यह एक बहुत ही खतरनाक साजिश है. जब हम किसी माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, तो वे भावनात्मक नाटक करते हैं, लेकिन वे आम आदमी की संपत्ति लूटना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वे मुस्लिम पर्सनल लॉ लागू करेंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, "जो लोग आज ईवीएम को नकार रहे हैं, वे वही लोग हैं जो मतपत्रों को लूटते थे. वे आगे कहते हैं, "जब भी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी या भारतीय जनता पार्टी गठबंधन से जुड़ी कोई भी पार्टी चुनाव हारती है, तो वे हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने का पूरा प्रयास करते हैं. यह पहली बार नहीं है, हम 2014 से लगातार यह सुनते आ रहे हैं. हम इन लोगों से पूछना चाहते हैं कि पिछले साल हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में जो कांग्रेस की सरकार बनी, क्या वह बैलेट पेपर के आधार पर बनी थी?
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कांग्रेस देश को गुमराह करना चाहती है- योगी
2009 में केंद्र में यूपीए की सरकार बनी थी, क्या वह बैलेट पेपर से बनी थी? 2004 में देश में यूपीए की सरकार बनी और 2018 में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी, दिल्ली में आप की सरकार बनी, क्या वह बैलेट पेपर से बनी थी? इन सब बातों से साफ है कि कांग्रेस देश को गुमराह करने की कोशिश कर रही है और उनके सहयोगी दल के लोग भी देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. वे अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ना चाहते हैं,
जो ईवीएम नकार रहे हैं वो मतपत्र चुराते थे- योगी
मैंने जो भी नाम लिए, ये सभी सरकारें ईवीएम से बनी हैं. स्वस्थ लोकतंत्र में हर मतदाता को अपना वोट देने का अधिकार है. "आज जो लोग EVM को नकार रहे हैं, ये वही लोग हैं जो कभी मतपत्र चुराते थे. और आज जब भारत के चुनाव आयोग ने तकनीक का इस्तेमाल करके चुनावों की अधिसूचना सुनिश्चित कर दी है, तो ये लोग EVM पर अपना गुस्सा निकालने की कुत्सित कोशिश कर रहे हैं. सच तो ये है कि अब तक के दो चरणों के चुनावों ने देश की आवाज़ मोदी सरकार को दे दी है...भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में NDA 400 के पार जा रहा है, इसलिए घबराकर ये लोग EVM को निशाना बनाकर अपना गुस्सा निकालना चाहते हैं."
Source : News Nation Bureau