दिल्ली में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन की सभी संवाभनाओं को खारिज करते हुए राष्ट्रीय राजधानी के 7 में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. खास बात यह है कि कांग्रेस ने दिल्ली के सभी पुराने चेहरों पर एक बार फिर भरोसा जताया है और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को भी चुनावी मैदान में उतार दिया है. दिल्ली में 12 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जिन प्रत्याशियों लिस्ट जारी की है उसमें शीला दीक्षित के अलवाजा अजय माकन और अरविंदर सिंह लवली जैसे दिग्गजों का भी नाम शामिल है. दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित उत्तर पूर्व दिल्ली सीट से चुनाव लड़ेंगी. दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन नई दिल्ली से प्रत्याशी घोषित किए गए हैं. पहले ऐसी अटकलों लगाई जा रही कि कि कांग्रेस दिल्ली में बीजेपी को मात देने के लिए आम आदमी पार्टी से गठबंधन कर सकती है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल कई बार देश हित में कांग्रेस से गठबंधन करने की गुहार लगा चुके थे.
दीक्षित का मुकाबला दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी के दिलीप पांडेय से होगा. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष जे. पी. अग्रवाल (चांदनी चौक) और अरविंदर सिंह लवली (पूर्वी दिल्ली) के नाम भी सूची में शामिल हैं.
पार्टी के पूर्व विधायक व डीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लीलोथिया उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस का चेहरा होंगे, जबकि महाबल मिश्रा पश्चिमी दिल्ली सीट से उम्मीदवार घोषित किए गए हैं.
दक्षिणी दिल्ली से पार्टी ने अभी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है. हफ्तों तक आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चली हालांकि आप ने पिछले महीने सातों सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी थी.
कांग्रेस और आप हाथ मिलाना चाहते थे, ताकि वे 2014 में दिल्ली की सभी सीटों पर जीतने वाली भाजपा को हरा सकें.