कांग्रेस को एक और झटका, पुरी से कांग्रेस उम्मीदवार ने लौटाया टिकट, पार्टी के प्रति छलका दर्द
पुरी लोकसभा सीट और राज्य की सात विधानसभा सीटों के लिए 25 मई को वोटिंग है, जबकि नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 6 मई है. इस सीट से BJD ने अरूप पटनायक को और BJP ने संबित पात्रा को चुनावी मैदान में उतारा है.
Congress Candidate from puri sucharita mohanty : लोकसभा चुनाव के बीच ओडिशा में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पुरी से कांग्रेस उम्मीदवार सुचरिता मोहंती ने पार्टी को अपना टिकट लौटा दिया है.सुचरिता मोहंती ने टिकट वापस करने की वजह पार्टी से फंड नहीं मिलना बताया है. बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस को सूरत और इंदौर में झटका लग चुका है. मोहंती ने पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को चिट्ठी लिखकर अपना टिकट वापस लौटाने का फैसला किया है. इसमें पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं मिलने की बात कही है.
पुरी लोकसभा सीट और राज्य की सात विधानसभा सीटों के लिए 25 मई को वोटिंग है, जबकि नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 6 मई है. इस सीट से BJD ने अरूप पटनायक को और BJP ने संबित पात्रा को चुनावी मैदान में उतारा है. दोनों ही अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं.
पार्टी ने फंडिंग करने से किया इनकार सुचरिता मोहंती ने टिकट वापस करने के बाद बताया कि 'मैंने चुनाव लड़ने के लिए लोगों से फंड लिए हैं. कम से कम पैसे में चुनावी कैंपेन करने की कोशिश की हूं. बावजूद इसके मैं आर्थिक रूप से कमजोर हूं. फंड के लिए संघर्ष कर रही हूं. उन्होंने आगे कहा कि मुझे पार्टी ने फंड देने से इनकार कर दिया है. ऐसे में चुनाव लड़ना मुश्किल हो रहा है. क्योंकि भाजपा और बीजू जनता दल चुनाव में पानी की तरह पैसे बहा रहे हैं, लेकिन मैं पैसे के बिना चुनाव कैसे लड़ सकती है. मैं एक पीपल-ओरिएंटेड कैम्पेन चाहती थी, लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था. कांग्रेस भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है. भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है.
पब्लिक डोनेशन कैंपेन चलाने की कोशिश की सुचरिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल को लिखी चिट्ठी में कहा, 'पुरी संसदीय क्षेत्र में हमारी चुनावी मुहिम बुरी तरह प्रभावित हुई है, क्योंकि पार्टी ने पैसे देने मना कर दिया है. पार्टी के ओडिशा प्रभारी डॉ. अजॉय कुमार ने साफ तौर से मुझसे बचाव करने के लिए कहा है. मैं एक सैलरीड प्रोफेशनल जर्नलिस्ट थी, जो 10 साल पहले चुनावी राजनीति में आयी. मैंने पुरी में अपने कैम्पेन में अपना सब कुछ झोंक दिया. मैंने अपने चुनाव अभियान को फंड करने के लिए पब्लिक डोनेशन कैम्पेन चलाने की कोशिश की.