लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मौजूदगी में पार्टी का घोषणापत्र जारी किया. घोषणापत्र का नाम जनआवाज 2019 रखा गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, यह कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा काम है. एक साल पहले जब इस पर हमने काम शुरू किया था, तब मैंने कहा था कि ऐसा न हो कि यह एसी रूम में बना घोषणापत्र लगे. मैंने कहा था कि घोषणापत्र में लोगों की आवाज होनी चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमाम बड़ी घोषणाएं की थी पर उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया और झूठे साबित हो गए. मैं घोषणापत्र के लिए पूरी टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एके एंटनी जी का अपने विचारों के लिए मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं.
राहुल बोले- घोषणापत्र में सबसे बड़ी घोषणा न्याय स्कीम की है. पीएम ने 15 लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन वह निहायत ही झूठ था. मैंने अर्थशास्त्रियों से पूछा- हम गरीबों को कितना दे सकते हैं तो उन्होंने कहा 72 हजार रुपये हम दे सकते हैं. इसलिए घोषणापत्र में 72 हजार रुपये का प्रावधान रखा गया है.
राहुल गांधी ने कहा- 2020 तक 22 लाख रोजगार दिए जाएंगे, जो सरकारी पद खाली हैं, उनको भर दिया जाएगा. तीन साल तक के लिए हिन्दुस्तान के युवाओं को बिजनेस के लिए अनुमति देने की कोई जरूरत नहीं होगी. पीएम मोदी ने मनरेगा का मजाक उड़ाया था. पूरा देश जानता है कि मनरेगा ने देश की कितनी मदद की थी. मनरेगा में 100 दिन के बदले 150 दिन रोजगार फिक्स करेंगे. एक अलग किसान बजट होना चाहिए. देश के किसान को पता होना चाहिए कि उसे कितना पैसा दिया जाना चाहिए.
राहुल गांधी बोले- अनिल अंबानी जैसे लोग, मेहुल चोकसी जैसे लोग बैंक का पैसा लेकर भाग जाते हैं, जबकि किसानों को जेल भेज दिया जाता है. इसे क्रिमिनल ऑफेंस नहीं, बल्कि सिविलियन ऑफेंस मानेंगे. राहुल ने कहा - शिक्षा में जीडीपी का 6 प्रतिशत रुपये डाले जाएंगे. हम बीमा को लेकर निजी अस्पतालों पर भरोसा नहीं करेंगे. पिछले 5 सालों में बीजेपी की सरकारों ने देश को बांटने का काम किया है, नफरत फैलाने का काम किया है. कांग्रेस पार्टी देश को एक करने का प्रयास करेगी.
राहुल गांधी ने कहा- अगर नरेंद्र मोदी अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये दे सकते हैं तो हम भी देश के गरीबों को 20 प्रतिशत रुपये दे सकते हैं. जीएसटी में कम से कम टैक्स होगा अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो. गब्बर सिंह टैक्स का अंत होगा. हमने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कहा था, दस दिन में कर्ज माफ कर दिया गया. मैं झूठे वादे नहीं करता हूं. 72 हजार हम देंगे और बिल्कुल देंगे.
राहुल गांधी ने कहा, देश में रोजगार का नैरेटिव है, देश की सच्चाई बेरोजगारी है, किसानों की समस्याएं हैं.
वायनाड से चुनाव लड़ने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा- वहां से मांग की गई थी कि मैं वहां से चुनाव लड़ूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण भारत को इग्नोर करते हैं, यही कारण है कि मैंने यह फैसला लिया.
हिन्दू आतंकवाद से जुड़े सवाल पर राहुल गांधी ने कहा- सब कोई हिन्दू है, हिन्दुओं को भी रोजगार की जरूरत है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुद्दों से भाग रहे हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा पर डिबेट कर लें पीएम मोदी, विदेश नीति पर मुझसे बहस कर लें. आपलोग पीएम से क्यों डरते हैं. हम चुनाव में उन्हें हराएंगे.
घोषणापत्र के लिए कांग्रेस ने 24 राज्यों के 121 जगहों पर सार्वजनिक रूप से लोगों से राय ली गई. घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा- घोषणापत्र बनाने को लेकर रायशुमारी की गई. देशभर के लोगों से बात की गई और लोगों की उम्मीद के मुताबिक ही घोषणापत्र बनाया गया है. इसमें युवा, महिला, उद्योग, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति, पूर्वोत्तर के लिए नीति बताई गई है.
पी चिदंबरम ने कहा, घोषणापत्र में नए भारत का विजन है. घोषणापत्र में रियल इश्यु को उठाया गया है. प्रधानमंत्री ने 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था पर देश में 4 करोड़ रोजगार ही गायब हो गए.
पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने कहा, देश के सामने आज बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. घोषणापत्र में लोगों की सेहत और विकास का ख्याल रखा गया है. कांग्रेस लोगों के स्वाभिमान के लिए काम करेगी. दलितों, अल्पसंख्यकों, बहुसंख्यकों सभी के लिए काम करेंगे. किसानों की बदहाली और महिला सुरक्षा बड़े मुद्दे हैं.
इस दौरान यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटोनी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल आदि मौजूद रहे.
Source : News Nation Bureau