कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. यह पारंपरिक तौर पर कांग्रेस की सीट रही है, जबकि यहां दो बार ही चुनाव हुए हैं. यह सीट 2008 में ही बनी थी और उसके बाद हुए दोनों चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी एमएल शाहनवाज जीत गए थे.
2009 के चुनाव में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई थी, जबकि पहली बार वहां चुनाव हुआ था. कांग्रेस नेता एमएल शाहनवाज ने सीपीआई के एम रहमतुल्ला को 1,53,439 वोटों से हराया था. चुनाव में शाहनवाज को 4,10,703 वोट मिले थे, जबकि रहमतुल्ला को 2,57,264 वोट मिले थे. 2014 में भी एमएल शाहनवाज ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. एमएल शाहनवाज की नवंबर 2018 में मृत्यु हो गई थी.
किन क्षेत्रों को मिलाकर बनी है वायनाड सीट
वायनाड सीट कन्नूर, मलाप्पुरम और वायनाड संसदीय क्षेत्रों को मिलाकर बनी है. इस बार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष टी. सिद्दीकी का नाम वायनाड सीट से प्रत्याशी के तौर पर सामने आ रहा था, लेकिन उन्होंने खुद को रेस से अलग कर लिया. पार्टी केरल की 20 लोकसभा सीटों में से 16 पर चुनाव लड़ रही है.
कन्नूर व कोझिकोड के बीच है स्थित
वायनाड केरल के 12 जिलों में से एक है, जो कन्नूर और कोझिकोड के बीच बसा है. वायनाड अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. वायनाड को भारत के नक्शे पर 1 नवंबर 1980 में स्थान मिला और इसके बाद यह केरल का 12वां जिला बनाया गया. इससे पहले यह स्थान मायकक्षेत्र के नाम से जाना जाता था जिसका अर्थ है माया की भूमि. मायकक्षेत्र पहले मायनाड बना और फिर इसे वायनाड के नाम से जाना जाने लगा.
वायनाड की डेमोग्राफी
- मतदाता: 50 फीसद मुस्लिम और ईसाई
- 49.48 फीसद हिन्दू
- विधानसभा की 7 सीटें
- केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक से जुड़ा हुआ है
Source : News Nation Bureau