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2019 के लिए बिछने लगी विपक्षी बिसात, दिल्ली में कांग्रेस-आप गठबंधन के संकेत

दिल्ली में कांग्रेस को पानी पी-पी कर कोसने वाली आम आदमी पार्टी (आप) अब उन्हीं के साथ गठबंधन के दिशा में आगे बढ़ती दिखाई दे रही है।

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Deepak Kumar
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2019 के लिए बिछने लगी विपक्षी बिसात, दिल्ली में कांग्रेस-आप गठबंधन के संकेत
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2019 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की बिसात बिछने लगी है। फिलहाल करिशमाई नेता पीएम मोदी के लिए देश में जो मूड है उसको देखते हुए बीजेपी को किसी भी दूसरी पार्टी के लिए अकेले अपने बूते हराना असंभव सा है।

हाल के उपचुनाव में जिस तरह से सभी विपक्षी दलों नें आपसी बैर भूलाकर बीजेपी के ख़िलाफ़ एकजुटता दिखाई और उसके जो परिणाम आए सभी दलों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया।

यही वजह है कि दिल्ली में कांग्रेस को पानी पी-पी कर कोसने वाली आम आदमी पार्टी (आप) अब उन्हीं के साथ गठबंधन के दिशा में आगे बढ़ती दिखाई दे रही है।

ख़बर है कि 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन और कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की तर्ज पर आप दिल्ली में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए बातचीत कर रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ 24 मई को आप और कांग्रेस के बीच अनौपचारिक बैठक हुई है। कांग्रेस की तरफ से जयराम रमेश और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने बैठक का नेतृत्व किया।

सूत्र ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा है कि इस बैठक में आप ने 5:2 के अनुपात में कांग्रेस को गठबंधन के लिए ऑफर दिया है। यानी कि आप दिल्ली में 5 सीट पर चुनाव लड़ेगी जबकि 2 सीट वो कांग्रेस को देने को तैयार है।

वहीं कांग्रेस ने आप को ऑफ़र देते हुए कहा कि वो उनके लिए 4 सीट छोड़ने को तैयार है बाकि की तीन सीटे नई दिल्ली, चांदनी चौक और उत्तर-पश्चिम दिल्ली कांग्रेस को चाहिए।

कांग्रेस की तरफ से नई दिल्ली से शर्मिष्ठा मुखर्जी, चांदनी चौक से अजय माकन और उत्तर पश्चिम दिल्ली से राजकुमार चौहान चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि दिल्ली में सात लोकसभा सीटें हैं।

हालांकि कांग्रेस की इस मांग के बाद बात-चीत आगे नहीं बढ़ पाई। आप कांग्रेस को दो से ज़्यादा सीट नहीं देना चाहती है।

आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की ख़बर तब और पुख़्ता हो गई जब गुरुवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ़ करते हुए ट्वीटर पर लिखा, 'देश की जनता मनमोहन सिंह जैसे पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री को मिस कर रही है।'

गौरतलब है कि 2013 में अरविंद केजरीवाल ने तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह को असफल बताते हुए लिखा था, 'मनमोहन सिंह कांग्रेस और अपनी सरकार में चल रहे भ्रष्टाचार को पकड़ने में नाकाम रहे।'

हालांकि अब तक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से इस गठबंधन को लेकर हरी झंडी नहीं मिली है।

वहीं अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने एक क़दम आगे बढ़ते हुए शुक्रवार को दिल्ली के पांच संसदीय क्षेत्रों में अपना चुनाव प्रभारी नियुक्त कर दिया है।

Source : News Nation Bureau

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