उत्तर प्रदेश के गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से सपा-बसपा के गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी के ईवीएम की सुरक्षा को लेकर लगाए गए आरोपों को चुनाव आयोग ने सिरे से नाकार दिया. जिला निर्वाचन आधिकारी के. बाला जी ने कहा, "ईवीएम और वीवीपैट को पार्टियों के सामने सील किया गया. इसकी वीडियोग्राफी कराई गई. जहां ईवीएम को रखा गया है वहां सीसीटीवी लगे हैं. सीएपीएफ के जवान तैनात हैं. ऐसे में वहां गड़बड़ी का सवाल नहीं उठता."
उन्होंने कहा, "प्रत्याशियों को स्ट्रांग रूम पर चौबीस घंटे नजर रखने की अनुमति है. ऐसे में सभी आरोप आधारहीन हैं." सोमवार देर रात महागठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए गाजीपुर में स्ट्रांग रूम के बाहर जमकर हंगामा किया था. वह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ स्ट्रांग रूम के पास पहुंच गए. यहां उनकी पुलिस अफसरों के साथ झड़प भी हुई. इसके बाद वे बाहर धरने पर बैठ गए.
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अफजाल ने कहा कि "ईवीएम की सुरक्षा पर हमें जिला प्रशासन पर भरोसा नहीं है. इसलिए उनके लोग खुद ईवीएम की निगरानी करेंगे." उन्होंने आरोप लगाया, "चंदौली में ईवीएम बदलने की कोशिश हुई है. यहां भी यह वाकया दोहराया जा सकता है." पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर हटाने की कोशिश की, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे. स्थिति को देखते हुए वहां भारी संख्या में पीएसी बुलानी पड़ी.
गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र पर अफजाल अंसारी और भाजपा के केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के बीच कड़ी टक्कर है. अफजाल यहां से एक बार सांसद रह चुके हैं. बताया जा रहा है कि यहां कथित ईवीएम बदले जाने को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ है. इसके बाद ईवीएम मशीनों की निगरानी के संबंध में अफजाल अंसारी स्ट्रंग रूम पहुंचे थे.
Source : IANS