IPL (Indian Political League 2019) यानी लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी टीम कांग्रेस को फिर से सत्ता के शीर्ष पर बैठाने के लिए अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ज्यादा पसीना बहा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 अप्रैल तक जहां 33 रैलियां कर चुके थे वहीं राहुल गांधी 35 रैलियों के जरिए कांग्रेस के हाथ को मजबूत करने में जुटे रहे.
सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पहले चरण के मतदान में अब चंद घंटे शेष रह गए हैं. 11 अप्रैल को देश की जनता 17वीं लोकसभा चुनने के लिए अपना पहला वोट डालेगी. पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोटिंग होगी. साल 2014 में पहले चरण में बीजेपी ने कुल 32 सीटें जीतीं थी और कांग्रेस केवल 7. इस बार बीजेपी जहां अपनी प्रतिष्ठा बचाने में लगी है वहीं कांग्रेस वापसी की कोशिश में है.
2009 में कांग्रेस ने 55 सीटें जीती थीं, 2014 में 7 पर सिमटी
2009 के लोकसभा चुनाव में . ने इन 91 में से 7 और कांग्रेस ने 55 सीटें जीती थीं. 2014 में यह तस्वीर बदल गई. कांग्रेस 7 सीटों पर सिमट गई, जबकि . को 25 सीटों का फायदा हुआ और वह 32 के आंकड़े तक पहुंच गई. पहले चरण की इन 91 सीटों पर पिछली बार कांग्रेस से ज्यादा सफल तेदेपा (16) और टीआरएस (11) रही थी.
राहुल ने 9 रैलियां ज्यादा कीं
लोकसभा चुनाव की घोषणा 10 मार्च को हुई थी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अगले दिन यानी 11 मार्च से ही प्रचार शुरू कर दिया था. उन्होंने कांग्रेस के ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच पहली रैली की थी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव की घोषणा के 10 दिन बाद 20 मार्च से प्रचार शुरू किया था. तब उन्होंने ‘मैं भी चौकीदार’ कैम्पेन की लॉन्चिंग के बाद देशभर में 25 लाख सिक्युरिटी गार्ड्स को ऑडियो-वीडियो के जरिए संबोधित किया था. 9 अप्रैल तक मोदी ने 30 रैलियां कीं. वहीं, राहुल ने 39 रैलियों को संबोधित किया.
Source : Drigraj Madheshia