लोकसभा चुनाव के पहले चरण में आज देश के 91 सीटों पर वोटिंग होगी जिसके लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है. पहले चरण में जिन 20 राज्यों में वोटिंग होगी, उसमें दो केंद्र शासित प्रदेश भी शामिल हैं. पहले चरण की 91 सीटों पर कुल 1279 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इन उम्मीदवारों में महिलाओं का आंकड़ा सिर्फ 89 है.बता दें पहले चरण में साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 72.12 फीसदी वोटिंग हुई थी. 9 अप्रैल 2019 तक इन 91 सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 रैलियां और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 29 रैलियां की हैं.
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पहले चरण में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (नागपुर), बीजेपी के जनरल वीके सिंह (गाजियाबाद), लोजपा से चिराग पासवान (जमुई), कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी (बिजनौर), हम से जीतन राम मांझी, हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक, नैनीताल से कांग्रेस के हरीश रावत, पौड़ी से मनीष खंडूरी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी.
2009 के लोकसभा चुनाव में . ने इन 91 में से 7 और कांग्रेस ने 55 सीटें जीती थीं. 2014 में यहांतस्वीर बदल गई. कांग्रेस 7 सीटों पर सिमट गई, जबकि . को 25 सीटों का फायदा हुआ और वह 32 के आंकड़े तक पहुंच गई. पहले चरण की इन 91 सीटों पर पिछली बार कांग्रेस से ज्यादा सफल तेदेपा (16) और टीआरएस (11) रही थी.
चुनाव के लिए सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी न मार पाए पर
इलेक्शन सिक्युरिटी प्लान के तहत 39088 होमगार्ड जवान, 951 पीआरडी जवान, 5408 ग्राम प्रहरी भी लगाए गए हैं. पहले चरण में कुल 6717 मतदान केंद्र हैं, 1564 संवेदनशील केंद्र हैं. पहले चरण के मतदान को लेकर इलेक्शन कमीशन की गाइड लाइन का पालन करते हुए हम ये सुनिश्चित करेंगे कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से हो. सभी को वोट देने के लिए प्रेरित करते हुए हम ये सुनिश्चित करेंगे कि किसी पर कोई दबाव ना हो और सभी लोग अपने वोट के अधिकार का प्रयोग करें.
साल 2014 में पहले चरण का परिणाम
बीजेपी- 32 सीटें, टीडीपी- 16 सीटें, टीआरएस- 11 सीटें, वाईएसआई कांग्रेस- 9 सीटें, कांग्रेस- 7 सीटें, बीजेडी- 4 सीटें, शिवसेना- 2 सीटें, टीएमसी- 2 सीटें, सीपीएम- 1 सीट, एलजेपी- 1 सीट, एनसीपी- 1 सीट, एनपीईपी- 1 सीट, एनपीएफ- 1 सीट, पीडीपी- 1 सीट, एसडीएफ- 1 सीट, एएमआईएम- 1 सीट.
401 उम्मीदवार ऐसे जिनकी संपत्ति 1 करोड़ से ज्यादा
एडीआर ने जिन 1266 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है, उनमें 401 यानी 32% प्रत्याशियों की संपत्ति 1 करोड़ से ज्यादा है. कांग्रेस के 83 उम्मीदवारों में 69 यानी 83, भाजपा के 83 में से 65 यानी 78% उम्मीदवारों की संपत्ति 1 करोड़ से अधिक है. वहीं, बसपा के 32 में से 25, तेदेपा के सभी 25, वाईएसआर के 25 में से 22 और टीआरएस के सभी 17 प्रत्याशियों की संपत्ति 1 करोड़ से ज्यादा है. पहले चरण में उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 6.63 करोड़ रुपए है.
लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार
उत्तर प्रदेश
80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में पहले चरण में करीब डेढ़ करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. अगर देश के इस सबसे बड़े सूबे में बड़े चेहरों की बात करें तो मुजफ्फरनगर सीट से आरएलडी के अजित सिंह और बीजेपी के संजीव बालियान के बीच मुकाबला है. वहीं, बागपत सीट से अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी का मुकाबला बीजेपी के सत्यपाल सिंह से होगा. यहां8 सीटों पर चुनाव होगा. इन 8 सीटों पर 96 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की 8 सीटें बीजेपी ने जीती थी और यहां 66.52 फीसदी वोटिंग हुई थी.
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उत्तराखंड
उत्तराखंड की 5 सीटों पर इस बार पहली चरण में गुरुवार को वोट डाले जांऐंगे. इन 5 सीटों पर 52 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की 5 सीटें बीजेपी ने जीती थी और यहां 60.72 फीसदी वोटिंग हुई थी.
पूर्व मुख्यमंत्री भी है मैदान में
1. रमेश पोखरियाल निशंक
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके रमेश पोखरियाल हरिद्वार सीट से बीजेपी उम्मीदवार है. उनका मुकाबल कांग्रेस के अंबरीश कुमार से है.
2. सुशील कुमार शिंदे
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रिय मंत्री शोलापुर से चुनाव लड़ेंगे. जहां उन्हें बीजेपी के अलावा प्रकाश आंबेडकर से कड़ी टक्कर मिलेगी.
3. हरीश रावत
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत नैनीताल-उधम सिंह नगर से उम्मीदवार बनाए गए है. उनका मुकाबला बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से है.
आंध्र प्रदेश
यहां 25 सीटों पर चुनाव होगा. इन 25 सीटों पर 319 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार टीडीपी ने 15 सीट, वाईएसआर कांग्रेस ने 8 सीट और बीजेपी ने 2 सीट जीती थी और यहां 78.97 फीसदी वोटिंग हुई थी.
असम
यहां 5 सीटों पर चुनाव होगा. इन 5 सीटों पर 41 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां एक सीट कांग्रेस ने और 4 सीट बीजेपी ने जीती थी और यहां 78.66 फीसदी वोटिंग हुई थी.
तेलंगाना
यहां17 सीटों पर चुनाव होगा. इन 17 सीटों पर 443 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की 11 सीटें टीआरएस, दो सीटें कांग्रेस, एक सीट बीजेपी, एक सीट वाईएसआर कांग्रेस, एक सीट टीडीपी और एक सीटी एआईएमआईएम ने जीती थी. यहां 71.17 फीसदी वोटिंग हुई थी.
महाराष्ट्र
यहां 7 सीटों पर चुनाव होगा. इन 7 सीटों पर 116 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की सातों सीटें एनडीए (बीजेपी 5 और शिवसेना 2) ने जीती थी और यहां 64.15 फीसदी वोटिंग हुई थी.
बिहार
यहां 4 सीटों पर चुनाव होगा. इन 4 सीटों पर 44 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की चारों सीटें एनडीए (बीजेपी 4 और एलजेपी 1) ने जीती थी और यहां 51.82 फीसदी वोटिंग हुई थी.
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अंडमान निकोबार
यहां सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा. इस सीट पर 15 उम्मीदवार मैदान में है. पिछली बार ये सीट बीजेपी ने जीती थी और यहां 70.67 फीसदी वोटिंग हुई थी.
अरुणाचल प्रदेश
यहां 2 सीटों पर चुनाव होगा. इन 2 सीटों पर 12 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां एक सीट कांग्रेस ने और एक सीट बीजेपी ने जीती थी और यहां 79.88 फीसदी वोटिंग हुई थी.
छत्तीसगढ़
यहां 1 सीट पर चुनाव होगा. इस 1 सीट पर 7 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां बीजेपी जीती थी और इस सीट पर 59.32 फीसदी वोटिंग हुई थी.
जम्मू-कश्मीर
यहां 2 सीटों पर चुनाव होगा. इन 2 सीटों पर 33 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की एक सीट बीजेपी और एक पीडीपी ने जीती थी और यहां 53.56 फीसदी वोटिंग हुई थी.
लक्षद्वीप
यहां सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा. इस एक सीट पर 6 उम्मीदवार मैदान में है. पिछली बार ये सीट एनसीपी ने जीती थी और यहां 86.62 फीसदी वोटिंग हुई थी.
सिक्किम
यहां सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा. इस एक सीट पर 11 उम्मीदवार मैदान में है. पिछली बार ये सीट एसडीएफ ने जीती थी और यहां 83.64 फीसदी वोटिंग हुई थी.
त्रिपुरा
यहां सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा. इस एक सीट पर 13 उम्मीदवार मैदान में है. पिछली बार ये सीट सीपीएम ने जीती थी और यहां 86.17 फीसदी वोटिंग हुई थी.
मणिपुर
यहां सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा. इस एक सीट पर 8 उम्मीदवार मैदान में है. पिछली बार ये सीट कांग्रेस ने जीती थी और यहां 84.12 फीसदी वोटिंग हुई थी.
मेघालय
यहां 2 सीटों पर चुनाव होगा. इन 2 सीटों पर 9 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की एक सीट कांग्रेस और एक एनपीईपी ने जीती थी और यहां 70.67 फीसदी वोटिंग हुई थी.
मिजोरम
यहां सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा. इस एक सीट पर 6 उम्मीदवार मैदान में है. पिछली बार ये सीट कांग्रेस ने जीती थी और यहां 61.95 फीसदी वोटिंग हुई थी.
नागालैंड
यहां सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा. इस एक सीट पर 4 उम्मीदवार मैदान में है. पिछली बार ये सीट कांग्रेस ने जीती थी और यहां 87.91 फीसदी वोटिंग हुई थी.
ओडिशा
यहां 4 सीटों पर चुनाव होगा. इन 4 सीटों पर 26 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की चारों सीटें बीजेडी ने जीती थी और यहां 64.67 फीसदी वोटिंग हुई थी.
पश्चिम बंगाल
यहां 2 सीटों पर चुनाव होगा. इन 2 सीटों पर 18 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार ये दोनों सीट टीएमसी ने जीती थी और यहां 82.96 फीसदी वोटिंग हुई थी.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA