लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण में भले ही पिछले तीन चरणों से कम सीटों पर वोटिंग हो रही हो लेकिन राजनीति के साथ मौसम का तापमान भी बढ़ा हुआ है. प्रचंड गर्मी की वजह से कहीं वोटिंग चुस्त तो कहीं सुस्त नजर आ रही है. दोपहर 2 बजे तक महाराष्ट्र में सबसे कम तो पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक वोटिंग हुई है. कई बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें हैं तो कहीं सन्नाटा पसरा है.
राज्य | 10 बजे | 1 बजे | 02 बजे | 5 बजे | अंतिम अपडेट | 2014 में वोटिंग% |
बिहार | 11% | 18% | 38% | 57.34 | ||
कश्मीर | 1% | 6% | 6.66%% | 28.84 | ||
मध्यप्रदेश | 11% | 31% | 43% | 64.88 | ||
महाराष्ट्र | 6% | 20% | 30% | 55.59 | ||
ओडिशा | 8% | 21% | 36% | 75.55 | ||
राजस्थान | 12% | 32% | 45% | 64.27 | ||
उत्तरप्रदेश | 10% | 25% | 34% | 58.38 | ||
बंगाल | 17% | 36% | 52% | 83.39 | ||
झारखंड | 12% | 32% | 45% | 57.45 |
चौथे चरण में मध्य प्रदेश की छह और राजस्थान की 13 सीटों पर कांग्रेस-बीजेपी में सीधी लड़ाई है. 2014 में छह सीटों में से पांच (सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट) पर बीजेपी जीती थी, जबकि छिंदवाड़ा की परंपरागत सीट कांग्रेस के खाते में गई थी. राजस्थान की जिन 13 सीटों पर मतदान होने हैं, उन सभी पर बीजेपी जीती थी.
उत्तर प्रदेश की जिन 13 सीटों पर मतदान है, 2014 में बीजेपी उनमें से 12 जीती थीं, जबकि सिर्फ कन्नौज से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने जीत दर्ज की थी. इस बार इन सीटों पर त्रिकोणी मुकाबला माना जा रहा है.
ये बड़े चेहरे मैदान में
डिंपल यादव : उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव इस बार भी कन्नौज सीट से चुनाव लड़ रही हैं. 2014 में उन्होंने बीजेपी के सुब्रत पाठक को हराया था. इस बार भी बीजेपी ने पाठक पर ही भरोसा जताया है. अखिलेश भी इस सीट से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं.
चौथे चरण में महाराष्ट्र की 17 सीटों पर मतदान है. 2014 में सभी पर एनडीए (शिवसेना-9 और बीजेपी-8) ने जीत हासिल की थी.
पूनम महाजन : पूनम महाजन बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन की बेटी हैं. वे मुंबई उत्तर-मध्य से चुनाव लड़ रहीं हैं. 2014 में पूनम ने कांग्रेस नेता और संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त को हराया था. कांग्रेस ने प्रिया को इस बार फिर टिकट दिया है.
चौथे चरण में पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर मतदान है. 2014 में इसमें से सिर्फ बेहरामपुर पर कांग्रेस और आसनसोल सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. बाकी सभी छह सीटों पर तृणमूल ने कब्जा जमाया था. वहीं, ओडिशा की जिन छह सीटों पर मतदान है, वहां 2014 में सभी पर बीजद ने जीत हासिल की थी.
नकुलनाथ : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा सीट से मैदान में हैं. यहां से कमलनाथ नौ बार से सांसद हैं. बीजेपी ने रामदास उइके को उम्मीदवार बनाया है.
राकेश सिंह : मध्यप्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह इस बार भी जबलपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. वे यहां से तीन बार से सांसद हैं. कांग्रेस ने यहां से राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को टिकट दिया है.
मुनमुन सेन : पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट पर तृणमूल से अभिनेत्री मुनमुन सेन मैदान में हैं. उनका मुकाबला बीजेपी के मौजूदा सांसद बाबुल सुप्रियो से है. मुनमुन बांकुरा से मौजूदा सांसद हैं.
बैजयंत पांडा : ओडिशा की केंद्रपाड़ा सीट काफी अहम मानी जा रही है. दरअसल, नवीन पटनायक के करीबी माने जाने वाले और बीजद नेता बैजयंत पांडा ने इस बार बीजेपी का दामन थाम लिया है. वे केंद्रपाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. पांडा इस सीट से बीजद के टिकट पर दो बार चुनाव भी जीत चुके हैं. बीजद ने उनके खिलाफ उड़िया अभिनेता अनुभव मोहंती को टिकट दिया है.
गिरिराज सिंह : बेगूसराय से उम्मीदवार हैं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह . उनके सामने राजद से तनवीर हसन और माकपा से कन्हैया कुमार मैदान में हैं. यहां त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है. गिरिराज सिंह 2014 में नवादा सीट से चुनाव जीते थे. इस बार यह सीट गठबंधन के तहत रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के खाते में गई है.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA