Gandhinagar Lok Sabha Election 2024: गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट राज्य की सबसे महत्वपूर्ण और हॉट सीटों में एक हैं. यह गुजरात की राजधानी तो है ही, साथ ही भारतीय जनता पार्टी की पारंपरिक सीट भी है. बीजेपी इस सीट पर तीन दशकों से विजय पताका लहराती आ रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी साल 1998 से इस सीट पर जीतते आए हैं. 2014 में भी आडवाणी ने यहां से एतिहासिक जीत हासिल की थी.
गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र की लगभग 79 प्रतिशत आबादी शहरी
गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र की लगभग 79 प्रतिशत आबादी शहरों में बसती है. जबकि 21 प्रतिशत आबादी गावों में निवास करती है. अगर जातिवार आंकड़ों को देखें तो इस सीट पर अनुसूचित जाति की आबादी 11.41 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति की आबादी का प्रतिशत 1.96 प्रतिशत है. 2011 की जनगणना के अनुसार गांधीनगर की कुल आबादी 19, 33, 986 है. गांधीनगर में मुस्लिम आबादी केवल 4 प्रतिशत ही है. गांधीनगर लोकसभा सीट के अंतर्गत सात विधानसभा क्षेत्र (गांधीनगर उत्तर, घाटलोडिया, साबरमती, कलोल, वेजलपुर, साणंद, नारणपुरा) आते हैं.
गांधीनगर सीट पर सबसे पहला चुनाव 1967 में हुआ
गांधीनगर सीट पर सबसे पहला चुनाव 1967 में हुआ. उस समय कांग्रेस उम्मीदवार एसएम सोलंकी ने जीत हासिल की थी. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट से 1971 में सोलंकी ने एक बार फिर से जीत हासिल की. इमरजेंसी के बाद 1977 में यह सीट जनरल हो गई और इंदिरा गांधी के विरोधी गुटों से मिलकर बने भारतीय लोकदल के उम्मीदवार ने यहां से जीत हासिल की. हालांकि 1980 से 1984 कांग्रेस ने एक बार फिर इस सीट पर कब्जा कर लिया.
बीजेपी के टिकट पर बतौर उम्मीदवार शंकर वाघेला की बड़ी जीत
फिर 1989 का दौर कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हुआ. उस समय बीजेपी के टिकट पर बतौर उम्मीदवार शंकर वाघेला ने बड़ी जीत पाई. इसके बाद 1996 के लोकसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने यहां विजय पताका लहराया. वाजपेयी के बाद तो मानों यह सीट बीजेपी का घर बन गई और 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में लालकृष्ण आडवाणी इस सीट से सांसद चुनकर आते रहे. 2019 में गुजरात की इस अहम सीट से अमित शाह को टिकट दिया गया, जिन्होंने करीब 9 लाख वोटों के साथ जीत हासिल की. 2024 लोकसभा चुनाव में एक बार फिर अमित शाह इस सीट से चुनाव मैदान में हैं.
Source : News Nation Bureau