हिमाचल प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण के लिए 19 मई को वोट डाले जाएंगे. इस बीच हिमाचल प्रदेश का काल्पा क्षेत्र खास चर्चा में है. 102 वर्षीय श्याम सरण नेगी ने सबसे पहले 1951 के लोकसभा चुनाव में मतदान किया था. वे इस बार भी मतदान करेंगे. इसके लिए उनके लिए पूरी तैयारी की जा रही है. डीसी किन्नौर ने बताया कि हमलोग उन्हें पूरे सम्मान के साथ मतदान केंद्र पर लाएंगे. उन्हें मतदान कराने में पूरी मदद करेंगे. श्याम सरण इस क्षेत्र में सबसे बुजुर्ग मतदाता हैं.
मैं अपने वोट की अहमियत जानता हूं - श्याम सरण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार श्याम सरण नेगी ने बताया कि 1951 में मैंने पहली बार लोकसभा चुनाव में वोट डाला था. इसके बाद उन्होंने एक भी चुनाव मिस नहीं किया. मैं अपने वोट की अहमियत को जानता हूं. अब तो मेरा शरीर भी साथ नहीं दे रहा है, लेकिन आत्मशक्ति के चलते मैं वोट देने जाता रहा हूं. मैं इस बार भी मताधिकार का इस्तेमाल करूंगा. उन्होंने बताया कि हो सकता है कि यह मेरा आख़िरी चुनाव हो. मैं अपने जीवन के अंतिम चरण में मतदान को छोड़ना नहीं चाहता.
श्याम सरण नेगी को लोकतंत्र का लीविंग लीजेंड कहा जाता है
102 साल के श्याम सरण नेगी, अपनी उम्र और शारीरिक तक़लीफों के बावजूद एक बार फिर से लोकतंत्र के पर्व में भाग लेने को उत्साहित हैं. स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता के तौर पर मशहूर नेगी को भारतीय लोकतंत्र का लीविंग लीजेंड भी कहा जाता है. उन्हें 19 मई का इंतजार है, जब किन्नौर सहित हिमाचल प्रदेश में चुनाव होना है. किन्नौर, मंडी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है.
HIGHLIGHTS
- लोकतंत्र के महापर्व में श्याम सरण लेंगे हिस्सा
- 102 वर्षीय श्याम सरण ने सबसे पहले 1951 में डाला था वोट
- पूरे सम्मान के साथ उन्हें मतदान केंद्र पर लाया जाएगा