जींद उपचुनाव में करारी हार के बाद हरियाणा में इनेलो और बसपा का गठबंधन टूटने की कगार पर

जींद उपचुनाव में करारी हार के बाद इंडियन नेशनल लोक दल और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच गठबंधन टूटने के कगार पर पहुंच गया है.

author-image
Drigraj Madheshia
एडिट
New Update
जींद उपचुनाव में करारी हार के बाद हरियाणा में इनेलो और बसपा का गठबंधन टूटने की कगार पर

प्रतिकात्‍मक चित्र

Advertisment

जींद उपचुनाव में करारी हार के बाद इंडियन नेशनल लोक दल और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच गठबंधन टूटने के कगार पर पहुंच गया है. इनेलो-बसपा के साझा प्रत्याशी की न केवल जमानत जब्त हो गई बल्कि उसे महज 3400 वोट मिले. लिहाजा बसपा की हरियाणा इकाई ने पार्टी सुप्रीमो मायावती को अपना फीडबैक दिया है. इसी के चलते पिछले दो-तीन दिन से गठबंधन टूटने की अटकलें तेज हो गई हैं.  लिहाजा बुधवार को पार्टी की कार्यकारिणी बैठक के बाद अभय चौटाला को चंडीगढ़ में यह स्पष्टीकरण देना पड़ा कि गठबंधन अभी कायम है.

यह भी पढ़ेंः लोकसभा चुनावी मैदान में उतरेंगे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, पूर्व सहयोगी बांभणिया ने किया कई खुलासा

साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक बसपा के किसी भी नेता ने गठबंधन टूटने संबंधी बयान नहीं दिया है. अभय चौटाला ने अपने बड़े भाई अजय चौटाला पर गद्दारी करने के आरोप भी मढ़े.  हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल ने बसपा के हाथी को अपना चश्मा पहनाने का फैसला लिया था. दोनों पार्टियों का गठबंधन हुआ तो अभय चौटाला ने इसे बहन और भाई का अटूट बंधन बताया था, लेकिन इंडियन नेशनल लोक दल के दोफाड़ होने के बाद अब जींद उपचुनाव में पार्टी की शर्मनाक हार ने बैकफुट पर ला दिया है.

यह भी पढ़ेंः रैली नहीं, अब लखनऊ में रोडशो से सियासी पारी का आगाज करेंगी प्रियंका गांधी

पार्टी के प्रत्याशी उमेद रेड्डू को महज 3400 वोट मिले और उसकी जमानत जब्त हो गई. ऐसे में सवाल खड़ा हुआ कि आखिर इंडियन नेशनल लोक दल और बहुजन समाज पार्टी के सांझा प्रत्याशी महज 3400 वोट पर क्यों सिमट गया. लिहाजा हार के मंथन के लिए बसपा ने अलग से बैठक बुलाई और इंडियन नेशनल लोकदल ने अलहदा अपनी कार्यकारिणी में मंथन किया.  

यह भी पढ़ेंः लोकसभा चुनाव: यूपी के बाद अब मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में एक साथ चुनाव लड़ सकती है SP-BSP

बसपा नेताओं ने इस शर्मनाक हार के लिए चौटाला परिवार की फूट को जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी सुप्रीमो मायावती को अपना फीडबैक दिया है. जिसके बाद सोशल मीडिया में गठबंधन टूटने संबंधी एक पत्र भी तेजी से वायरल हुआ, लेकिन इस पत्र की किसी भी बसपा नेता ने पुष्टि नहीं की. अलबत्ता दोनों पार्टियों का गठबंधन टूटने की अटकलें तेज हो
गई.  मीडिया से रूबरू अभय चौटाला इनेलो बीएसपी गठबंधन के सवाल पर चिढ़ते नजर आए. उन्होंने कहा कि बसपा के किसी भी नेता ने इस बाबत कोई स्टेटमेंट नहीं दी है.

यह भी पढ़ेंः रोचक तथ्‍य : अटल बिहारी वाजपेयी ने 32 साल की उम्र में 3 सीटों से लड़ा चुनाव, मथुरा में हो गई जमानत जब्‍त

हालांकि उन्होंने यह भी सफाई दी कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने इतना कहा है कि यदि बंटी हुई इनेलो एक हो जाए तो इसके अच्छे परिणाम वहीं हरियाणा सरकार के मंत्री कैप्टन अभिमन्यु का कहना है कि हम तो पहले से ही कह रहे हैं कि यह गठबंधन ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा और जिस तरह से अभय चौटाला इस गठबंधन को भाई बहन वाला गठबंधन करार दे रहे तो जल्दी ही इस भाई बहन का गठबंधन टूटने की कगार पर है.

Source : News Nation Bureau

BSP INLD नेता अभय चौटाला Jind by election
Advertisment
Advertisment
Advertisment