निर्वाचन आयोग ने झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में मतदान का आंकड़ा जारी किया है. बताया गया है कि इन इलाकों में साल 2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार सात प्रतिशत अधिक मतदान हुआ है. तीन लोकसभा सीटों- लोहरदग्गा, पलामू और चतरा में 2014 में 57 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि सोमवार को 64.38 फीसदी मतदान हुआ. झारखंड की ये तीनों लोकसभा सीटें नक्सल प्रभावित छह जिलों में फैली हैं.
लोहरदग्गा में, 64.88 फीसदी मतदान हुआ. साल 2014 में यह आंकड़ा 58 फीसदी था. इसी तरह चतरा और पलामू में 64.35 और 62.06 फीसद मतदान दर्ज हुआ. साल 2014 में यह आंकड़ा 54.32 और 59.43 फीसद था.
दिलचस्प बात यह है कि माओवादी गुरिल्लाओं के परिवारों के सदस्यों ने भी 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान किया. इससे पहले वे सभी हर चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे थे.
एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि साल 2005 में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए प्रतिबंधित भाकपा-माओवादी पार्टी के जोनल कमांडर श्याम सिंह खरवार के परिवार के सदस्यों ने भी चौथे चरण के लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग किया. राज्य में हालांकि यह पहले चरण का मतदान था.
आयोग के अधिकारियों ने कहा कि आंकड़े इस ओर संकेत करते हैं कि तीनों लोकसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों और बेहद संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वोटिंग प्रतिशत काफी अधिक रहा.
Source : IANS