पुलवामा हमले के बीच कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग कर विवादों में आए अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने गुरुवार को ऐलान किया कि उनकी राजनीतिक पार्टी मक्कल नीधि माईअम (एमएनएम) लोकसभा उम्मीदवारों के नाम चरणों में जारी करेगी और इसमें युवाओं को तरजीह दी जाएगी. कमल हासन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उम्मीदवारों का चयन उम्र, शिक्षा और अन्य मानदंडों के आधार पर किया जाएगा.कमल हासन ने अन्य राजनीतिक दलों पर कटाक्ष किया 'जो अपनी नीतियों और सिद्धांतों की पुस्तिकाएं जारी करते हैं और फिर उन्हें भूलकर चुनावी गठबंधन करने लग जाते हैं.'
एमएनएम ने लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने मुख्यालय में पार्टी की शुरुआत के एक साल के पूरा होने के मौके पर पार्टी का ध्वज फहराया. गौरतलब है कि बीते दिनों कमल हासन पुलवामा हमले के दौरान कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग करके आलचकों के निशाने पर आ गए थे और लोगों ने उन्हें काफी भला बुरा कहा था.
एक इंटरव्यू में कमल हासन ने भारत सरकार की कश्मीर नीति को कठघरे में खड़ा कर दिया है. कमल हासन ने सवालिया लहजे में कहा, आखिर भारत सरकार कश्मीर में जनमत संग्रह कराने से क्यों कतरा रही है. कमल हासन बोले- अगर भारत खुद को बेहतर देश के रूप में साबित करना चाहता है तो उसे ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए.
कमल हासन ने कहा, मुझे दुख होता है जब लोग कहते हैं कि कश्मीर में सैनिक मरने ही जाते हैं. उन्होंने कहा, सेना भी एक पुराने फैशन की तरह है. जिस तरह दुनिया में बदलाव हो रहे हैं, हम कैसे तय कर सकते हैं कि इंसान खाने के लिए दूसरे इंसान का कत्ल नहीं करेगा. उन्होंने कहा, मैं मैयम मैग्जीन चलाता था, तब भी कश्मीर पर काफी कुछ लिखा था. आज मुझे रोना आ रहा है, क्योंकि जो भविष्यवाणी मैंने की थी, वहीं हो रहा है. कश्मीर में जनमत संग्रह कराएं, लोगों को बात करने की आजादी दें... वे जनमत संग्रह क्यों नहीं कराते? उन्हें किस बात का डर है?
Source : News Nation Bureau