लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहा है वैसे-वैस पार्टियों की नई रणनीति बननी शुरू हो गई है. जीते हुए सीट को कैसे बचाया जाए और हारे हुए सीट को कैसे जीता जाए इसे लेकर नए-नए फार्मूले बन रहे हैं. ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश के भोपाल सीट को जीतने के लिए कांग्रेस फार्मूला बना रही है. इस फार्मूले में बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्री में शुमार करीना कपूर का नाम शामिल करने की कोशिश की जा रही है.
दरअसल कांग्रेस के कुछ पार्षदों ने भोपाल सीट को जीतने के लिए एक रणनीति बना रहे हैं. इस सीट पर किसी नेता को नहीं उतारकर करीना कपूर खान को उतारने की कोशिश की जा रही है. यानी करीना कपूर को टिकट दिए जाने की मांग हो रही है.
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कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि भोपाल संसदीय सीट पर कई साल से बीजेपी का एक छत्र राज चल रहा है और भोपाल बीजेपी का मजबूत किला बनता जा रहा है जिसे ढहाने के लिए करीना कपूर खान मुफीद उम्मीदवार रहेंगी.
कांग्रेस पार्षद गुड्डू चौहान और अनीस खान का कहना है कि युवाओं में करीना कपूर की धाक है. करीना अगर इस सीट से चुनाव लड़ती है तो युवाओं का वोट उन्हें मिलेगा. इतना ही नहीं महिला होने के नाते उन्हें महिला का भी समर्थन मिलेगा. उनका कहना है कि जल्द ही इस प्रस्ताव के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात करेंगे.
करीना के ससुर पटौदी ने भी लड़ा था यहां से चुनाव
बता दें कि करीना कपूर खान के ससुर नवाब मंसूर अली खान पटौदी भी साल 1991 में भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे. लेकिन वो बीजेपी उम्मीदवार सुशील चंद्र वर्मा के हाथों मात खा गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उस वक्त पटौदी साहब के प्रचार के लिए राजीव गांधी भी आए थे. इसके अलावा कपिल देव और शर्मिला टैगोर ने भी जनता को पटौदी के पक्ष में वोट देने की अपील की थी. लेकिन ये सब काम नहीं आया और मंसूर अली पटौदी हार गए.
आपको बता दें कि करीना के पति सैफ अली खान का भोपाल से पुश्तैनी संबंध है. पटौदी परिवार बरसों से भोपाल में रह रहा है और सैफ, करीना, शर्मिला टैगोर और सोहा अली खान कई बार भोपाल आ भी चुके हैं.
1989 से भोपाल सीट पर बीजेपी का कब्जा
गौरतलब है कि भोपाल लोकसभा सीट 1989 से बीजेपी के पास है. इससे पहले कांग्रेस के डॉ शंकर दयाल शर्मा (पूर्व राष्ट्रपति) के पास यह सीट थी. 1971 से 1977 और 1989 से अगस्त 1984 तक इस सीट पर डॉ शंकर दयाल शर्मा का राज रहा. इसके बाद 1984 से 1989 तक कांग्रेस नेता के एन प्रधान इस सीट से बने रहे.
लेकिन 1989 के बाद हवा का रूख बदला और बीजेपी इस सीट पर विराजमान हो गई. 1989 से लेकर 2014 तक बीजेपी उम्मीदवार यहां से जीतते आ रहे हैं. वर्तमान में यहां से सांसद आलोक सागर हैं.
Source : News Nation Bureau