सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव का का बिगुल बज चुका है. दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए लोकसभा की 543 सीटों पर सभी दलों को इस आम चुनाव में पसीने बहाने होंगे. देश के दो बड़े दलों कांग्रेस और बीजेपी के लिए हर चरण में अलग-अलग हालात और अलग-अलग चुनौतियां हैं. पांचवें चरण में 7 राज्यों की 51 सीटों पर 6 मई को मतदान होगा. आइए जानें पांचवें चरण में क्या है चुनौतियां...
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पांचवें चरण में 51 सीट
राजस्थान (Rajasthan) की 12, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की 14, बिहार (Bihar) की 5, जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) की 2, झारखंड (Jharkhand) की 4, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की 7 और पश्चिम बंगाल की (West Bengal) 7 सीटों पर 6 मई को मतदान होंगे.
यहां त्रिकोणीय मुकाबला
उत्तर प्रदेश की जिन 14 सीटों पर चुनाव है, इनमें अवध और रूहेलखंड की सीटें है. ऐसे में बीजेपी के सामने सपा-बसपा गठबंधन के अलावा कांग्रेस तीसरी ताकत के रूप में है. ऐसे में इन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद नजर आ रही है. पश्चिम बंगाल की 7 सीटों पर टीएमसी, बीजेपी और कांग्रेस-लेफ्ट के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है, लेकिन टीएमसी का किला काफी मजबूत है.
यहां सीधी लड़ाई
राजस्थान और मध्य प्रदेश में इस चरण में कांग्रेस व बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई है. जबकि बिहार और झारखंड की सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों गठबंधनों के बीच मुकाबला है.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA