लोकसभा चुनाव के पहले चरण का नामांकन शुरू होने के बाद 2 दिनों तक पश्चिम यूपी के मेरठ जिले में किसी भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है. शुभ मुहूर्त के इंतजार में प्रत्याशी होली के बाद नामांकन दाखिल करने की बात कह रहे हैं.बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में यूपी की 8 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है. 11 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान में सबिजनौर, मेरठ, बागपत, हारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर शामिल हैं. इन आठ लोकसभा सीटों पर करीब डेढ़ करोड़ वोटर 11 अप्रैल को अपने वोट डालेंगे.
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सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. बावजूद इसके नामांकन में तेजी नहीं आई है. इसकी वजह बीजेपी और कांग्रेस द्वारा टिकट की घोषणा भी हो सकती है लेकिन सबसे बड़ी वजह बताई जा रही है शुभ मुहूर्त की. प्रत्याशियों को 'अशुभ काल' खत्म होने का इंतजार है.
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पश्चिम उत्तर प्रदेश की 8 सीटों के लिए 18 मार्च से 25 मार्च तक की नामांकन होगा, लेकिन अब तक पश्चिम यूपी की सबसे प्रतिष्ठित सीट मेरठ में किसी भी प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी के अपने नामांकन दाखिल नहीं किया है. कहा जा रहा है कि राजनीतिक दलों के नेता फाल्गुन महीने के उस अशुभ काल के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं, जिसे होलाष्टक कहा जाता है.
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बता दें होली के पहले के आठ दिन शास्त्रों और ज्योतिष विद्या के अनुसार अशुभ माने जाते हैं. इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए और इसी दलील के साथ प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता अपना नामांकन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में कोई भी हिंदू प्रत्याशी इस अवधि में अपना नामांकन दाखिल करने से परहेज करता है.
Source : News Nation Bureau