लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. एक के बाद एक सभी पार्टियां अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए बयानबाजी कर रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक ट्वीट कर कांग्रेस और बीजेपी पर हमला बोला है.
मायावती ने कहा, देश में हर तरफ व्याप्त गरीबी व बेरोजगारी का श्राप कांग्रेस व बीजेपी सरकारों की गलत नीतियों की ही देन है. यह जटिल समस्या 'हर हाथ को काम' देने की बीएसपी की नीति व उसकी दृढ़ इच्छाशक्ति से ही दूर हो सकती है, जो यूपी में मेरी सरकारों में सर्वसमाज के लाखों लोगों को रोजगार देकर किया गया.
इससे पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि राफेल सौदे की गोपनीय फाइल यदि चोरी हो गई तो गम नहीं, किन्तु देश में रोजगार की घटती दर व बढ़ती बेरोजगारी एवं गरीबी, श्रमिकों की दुर्दशा, किसानों की बदहाली आदि के सरकारी आंकड़े पब्लिक नहीं होनी चाहिए. वोट/इमेज की खातिर उन्हें छिपाए रखना है. क्या देश को ऐसा ही चौकीदार चाहिए? उन्होंने कहा था कि बीजेपी के मंत्री व नेतागण पीएम श्री मोदी की देखादेखी 'चौकीदार' बन गए हैं. पर यूपी के सीएम जैसे लोग बड़ी दुविधा में हैं क्या करें? जनसेवक/योगी रहें या अपने को चौकीदार घोषित करें. बीजेपी वाले चाहे जो फैशन करें बस संविधान/कानून के रखवाले बनकर काम करें, जनता बस यही चाहती है.