लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के पहले चरण के मतदान में 10 दिन का वक्त बचा हुआ है. चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम पार्टियां जोर शोर से चुनाव प्रचार कर रही हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के वर्धा में लोगों को संबोधित किया. यहां से पीएम मोदी ने कांग्रेस और एनसीपी पर जमकर निशाना साधा है. इस दौरान उन्होंने ये बड़ी बातें कहीं.
1. कांग्रेस के नेताओं की गाली मेरे लिए गहना है. क्योंकि जब मैं शौचालयों का चौकीदार बनता हूं तो देश की करोड़ों माताओं-बहनों की इज्जत का भी चौकीदार बनता हूं. आपके लिए ये शौचालय होगा, मेरे लिए तो ये मेरी माताओं-बहनों का इज्जत घर है.
2. जिसको कांग्रेस ने आतंकवादी कहा है वो अब जाग चुका है. शांतिप्रिय हिंदू समाज को, पूरे विश्व को परिवार मानने वाले हिंदू समाज को आतंकवादी कह दिया. इसी के कारण वो मैजोरिटी से भागकर माइनॉरिटी वाली सीट में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं.
3. हमारी 5 हजार साल से भी ज्यादा पुरानी संस्कृति को बदनाम करने का पाप कांग्रेस ने किया है. हिन्दू आतंकवाद शब्द कौन लाया आपको ये ध्यान रखना है. आप मुझे बताइये जब आपने हिन्दू आतंकवाद शब्द सुना तो आपको गहरी चोट पहुंची थी की नहीं. हजारों साल के इतिहास में हिन्दू कभी आतंकवाद करे ऐसी एक भी घटना नहीं है. अंग्रेजी इतिहासकारों ने भी कभी हिन्दू हिंसक हो सकता है इस बात का जिक्र तक नहीं किया.
4. कुछ दिन पहले कोर्ट का फैसला आया है और इस फैसले से कांग्रेस की साजिश की सच्चाई देश के सामने आई है. कांग्रेस ने हिन्दुओं का जो अपमान किया है, कोटि कोटि जनता को दुनिया के सामने नीचा दिखाने का जो पाप किया है, ऐसी कांग्रेस को माफ किया जा सकता है.
5. सुशील कुमार शिंदे जब भारत सरकार में मंत्री थे तो उन्होंने इसी महाराष्ट्र की धरती से हिंदू आतंकवाद की चर्चा की थी.वोट-बैंक की राजनीति के लिए एनसीपी और कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती हैं. इस देश के करोड़ों लोगों पर हिंदू आंतकवाद का दाग लगाने का प्रयास कांग्रेस ने ही किया है.
6. ये वही कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन है जिसने आजाद मैदान में उन्मादी भीड़ को शहीदों के स्मारक को जूते से रौंदने की खुली छूट दी थी. विदर्भ का सूखा, मौसम के साथ ही कांग्रेस के 70 साल के भ्रष्टाचार की भी देन है. आपका ये चौकादार इसको हराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
7. लोअर वर्धा सिंचाई परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है. इसी तरह वर्धा में जलयुक्त शिवार अभियान से सैकड़ों गांवों को लाभ होगा. कांग्रेस और एनसीपी ने सिंचाई परियोजनाओं के नाम पर यहां के किसानों को लूटा है. दर्जनों सिंचाई परियोजनाएं दशकों तक लटकी रहीं. इन योजनाओं को पूरा करने का बीड़ा आपके इस प्रधानसेवक ने उठाया.
8. आपका ये चौकीदार पूरी ईमानदारी से दिन-रात आपकी मुश्किलों को कम करने में जुटा है. कपास, सोयाबीन, तूर सहित अनेक फसलों का समर्थन मूल्य लागत का डेढ़ गुना करने का काम भी हमने किया है. इतना ही नहीं वन उपज के MSP में काफी बढ़ोतरी की है. जिन्होंने 70 साल तक गरीब को गरीब बनाए रखा वो कभी गरीब का भला नहीं कर सकते हैं. ये वो लोग हैं जो गरीब के नाम पर पैसा लाकर, उस पैसे से अपनी तिजोरी भरते हैं.
9. शरद पवार खुद एक किसान होने के बावजूद किसानों को भूल गए, उनकी चिंताओं को भूल गए हैं. उनके कार्यकाल में कितने ही किसानों को खुदकुशी के लिए मजबूर होना पड़ा, लेकिन पवार साहब ने कोई परवाह नहीं की.
10. जब महाराष्ट्र का किसान अजित पवार से बांधों में पानी के बारे में सवाल करने गया था, तो उन्हें क्या जवाब मिला था. ऐसा जवाब मिला था, जो मैं बोल भी नहीं सकता. मत भूलिए, जब मावल के किसान अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे तो पवार परिवार ने उन पर गोली चलाने का आदेश दे दिया था.
11. महाराष्ट्र में कांग्रेस और एससीपी का गठबंधन, कुंभकरण की तरह है. जब वो सत्ता में होते हैं तो 6-6 महीने के लिए सोते हैं. 6 महीने में कोई एक उठता है और जनता का पैसा खाकर फिर सोने चला जाता है.
12. एनसीपी में इस समय पारिवारिक युद्ध चल रहा है. पार्टी शरद पवार के हाथों से निकलती जा रही है और स्थिति ये है कि उनके भतीजे धीरे-धीरे पार्टी पर कब्जा करते जा रहे हैं. इसी वजह से एनसीपी को टिकट बंटवारे में भी दिक्कत आ रही है.
13. एक समय था जब शरद पवार सोचते थे कि वो भी प्रधानमंत्री बन सकते हैं. उन्होंने ऐलान भी किया था कि वो ये चुनाव लड़ेंगे. लेकिन अचानक एक दिन बोले कि मैं तो यहां राज्यसभा में ही खुश हूं, मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा. वे भी जानते हैं कि हवा का रुख किस तरफ है.
14. दो दिन पहले कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि मोदी ने केवल शौचालय की चौकीदारी की है. अब आप बताइये बरसों से जो साफ-सफाई के काम में जुटे हैं, जो स्वच्छता के चौकीदार हैं, ये भाषा उनका अपमान है या नहीं.
15. पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो को वैज्ञानिकों को बधाई दी. जब पहले इस प्रकार के प्रयोग होते थे तो उसकी दीर्घा गैलरी में कुछ चुने हुए लोग ही होते थे, लेकिन देश में विज्ञान की ओर रुचि बढ़े और वैज्ञानिकों के प्रति सम्मान बढ़े एवं आम नागरिक भी इसे देख पाए. इसके लिए आज सैकड़ों लोग वहां मौजूद थे.
Source : News Nation Bureau