बीजेपी के बागी सांसद और एक्टर से पॉलिटिशियन बने शत्रुघ्न सिन्हा (shatrughan sinha) आज कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. इसे लेकर 28 मार्च को उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी. पिछले दिनों कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने एक ट्वीट कर बताया था कि बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा 6 अप्रैल को औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होंगे.
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शत्रुघ्न सिन्हा पहले से ही कहते रहे हैं कि 'सैचुएशन जो भी हो, लोकेशन वही होगा'. इससे कयास लगाया जा रहा है कि वे बिहार की पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं, बीजेपी ने इस बार उन्हें लोकसभा टिकट न देकर इस सीट से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को उतारा है. शत्रुघ्न सिन्हा लंबे समय से मोदी सरकार की आलोचना कर रहे थे. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर देश को तानाशाह की तरह चलाने का आरोप लगाया है.
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शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि 'बीजेपी, जिससे मैं लंबे समय से जुड़ा था, उसे छोड़ना मेरे लिए पीड़ादायक था. लेकिन एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ जिस तरह से बर्ताव किया गया, उससे मैं आहत था.' बीजेपी ने लोकसभा चुनावों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं आडवाणी और जोशी को इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतारा है.
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सिन्हा ने कहा कि पार्टी के बगैर किसी सहयोग के उन्होंने 2014 में पटना साहिब सीट से अपने दम पर जीत हासिल की थी. उनका मानना है कि इस बार वह जीत के सदंर्भ में पहले के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. उन्होंने बीजेपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी प्रमुख अमित शाह के नेतृत्व की आलोचना की और कहा कि इससे पहले पार्टी में लोकशाही थी और अब तानाशाही है.
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सिन्हा ने कहा था कि हमारे पारिवारिक मित्र (आरजेडी प्रमुख) लालू प्रसाद ने भी सुझाव दिया आप वहां (कांग्रेस में) जाएं. हम लोग वहां आपके साथ हैं और राजनीतिक रूप से भी साथ बने रहेंगे. यह उनकी (लालू प्रसाद की) सहमति और उनके साथ समझौते के तहत हुआ. उन्होंने कहा कि अहम कारक यह है कि पटना साहिब सीट महागठबंधन के सीट बंटवारे में कांग्रेस के खाते में गई. उन्होंने कहा भी था कि सिचुएशन (परिस्थिति) जो भी हो लेकिन लड़ूंगा उसी सीट से.
Source : News Nation Bureau