Lok Sabha Election 2024 Voting: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान सुबह 7 बजे शुरू हो गया था. आपको बता दें कि प्रथम चरण के मतदान में देश की कुल 102 सीटों पर वोटिंग हो रही हैं. जिनमें 16 राज्य व पांच केन्द्र शासित राज्य शामिल हैं. देश की 10 टॅाप 10 सीटों की बात करें तो इसी चरण में 8 केन्द्रीय मंत्री, 2 पूर्व मुख्यमंत्री व 1 राज्यपाल भी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. आइये जानते हैं देश में कौनसी हैं वे टॅाप 10 सीट जहां दिग्गजों की साख दांव पर है. साथ ही आज उनका भाग्य ईवीएम में बंद हो जाएगा. जिसके बाद सबको रिजल्ट का इंतजार रहेगा.
1 . नागपुर, महाराष्ट्र
नागपुर पहले चरण की सबसे हॅाट सीट है. क्योंकि यहां से बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी मैदान में है. गडकरी यहां से लगातार तीसरी बार मैदान में है. इससे पहले दो बार बंपर वोटों से चुनाव जीत चुके हैं. नागपुर में आरएसएस मुख्यालय होने की वजह से इसे हाई-प्रोफाइल सीट में गिनती की जाती है. नागपुर में कुल 22 लाख 18 हजार 259 मतदाता हैं.
2. चेन्नई सेंट्रल, तमिलनाडु
तमिलनाडु की चेन्नई सेंट्रल सीट को वीवीआईपी सीट माना जाता है. सभी 39 लोकसभा सीटों में से एक चेन्नई सेंट्रल ऐसी सीट है जो हमेशा से डीएमके का गढ़ मानी जाती रही है. आपको बता दें कि यहां से दयानिधि मारन चुनााव लड़ रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री मारन को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विनोज पी. सेल्वम से चुनौती मिल रही है.
3 . छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा हॅाट सीट मानी जाती है. यही नहीं यह सीट परमपरागत रूप से कांग्रेस की मानी जाती है. पर इस बार सीट का गणित कुछ ओर ही कह रहा है. छिंदवाड़ा से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ चुनावी मैदान में हैं. उन्हें बीजेपी के विवेक बंटी साहू कड़ी टक्कर दे रहे हैं. आपको बता दें कि बीजेपी ने सीट जीतने के लिए एडी चोटी का जोर लगाया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव महाकोशल क्षेत्र की इस सीट से छह बार साहू के लिए प्रचार कर चुके हैं.
4 . बीकानेर, राजस्थान
पहले बीकानेर कांग्रेस जीतती रही है. लेकिन 2004 से लगातार यह सीट बीजेपी के पास है. यहां से केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जून राम मेघवाल चुनावी मैदान में है. साथ ही मेघवाल यहां से चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले तीन बार वह इस सीट को जीतकर बीजेपी की झोली डाल चुके हैं. केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के खिलाफ कांग्रेस के गोविंद राम मेघवाल चुनाव मैदान में हैं.
5 . डिब्रूगढ़, असम
असम के 14 लोकसभा सीटों में से एक डिब्रूगढ़ का अनोखा इतिहास है. यह सीट वीवीआईपी होने के साथ कई इतिहास समेटे हुए हैं, यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और असम जातीय परिषद के लुरिनज्योति गोगोई मैदान में हैं. पिछले दो कार्यकालों की बात करें तो निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व आदिवासी समुदाय के सदस्य रामेश्वर तेली द्वारा किया गया है.
6. जमुई, बिहार
जमुई भी बिहार की महत्वपूर्ण सीट है. यहां राष्ट्रीय जनता दल की अर्चना रविदास के बीच सीधी लड़ाई होने की उम्मीद है. अर्चना रविदास के सामने एनडीए के उम्मीद्वार अरुण भारती हैं. जिसके बाद मुकाबला बहुत ही दिलचस्प हो जाता है. भारती लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान के बहनोई हैं, जिन्होंने पिछली बार यह सीट जीती थी.
7. जोरहाट, असम
असम की जोरहाट सीट बहुत ही प्रशिद्ध है. इस सीट से दोनों ही पार्टियों ने गोगोई उम्मीदवार पर दांव लगाया है. कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे और गौरव गोगोई को चुनाव मैदान में उतारा है तो वहीं बीजेपी ने इस सीट पर सीटिंग सांसद तपन गोगोई को टिकट दिया है. दोनों ही प्रभावशाली अहोम समुदाय से आते हैं.
8. नागौर, राजस्थान
नागौर की बात करें तो यहां इंडिया गठबंधन के उम्मीद्वार हनुमान बेनीवाल चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि एनडीए ने ज्योति मिर्धा को टिकट दिया है. जिसके बाद लड़ाई काफी दिलचस्प हो जाती है. इस सीट पर जाट मतदाताओं की तादाद काफी ज्यादा है. बता दें कि पिछले चुनाव में भी दोनों आमने-सामने थे. लेकिन इस बार दोनों की ही पार्टी बदल गई है. आपको बता दें कि मिर्धा पिछली बार कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ी थी, जबकि हनुमान भाजपा के सहयोग से चुनाव लड़े थे. जिसका परिणाम आया था कि हनुमान 1 लाख 81 हजार वोटों से चुनाव जीत गए थे.
8. नागपुर, महाराष्ट्र
नागपुर पहले चरण की सबसे हॅाट सीट है. क्योंकि यहां से बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी मैदान में है. गडकरी यहां से लगातार तीसरी बार मैदान में है. इससे पहले दो बार बंपर वोटों से चुनाव जीत चुके हैं. नागपुर में आरएसएस मुख्यालय होने की वजह से इसे हाई-प्रोफाइल सीट में गिनती की जाती है. नागपुर में कुल 22 लाख 18 हजार 259 मतदाता हैं.
9. मुज्जफरनगर, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर भी किसी प्रशिद्ध सीट से कम नहीं है. यहां केन्द्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान तीसरी बार प्रत्याशी हैं. इससे पहले पहले दो बार वे इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं. 2019 के चुनाव में उन्होने रालद अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह को हराया था. आपको बता दें कि संजीव बालियान एक फायर ब्रांड नेता है. साथ ही वेस्ट यूपी में अच्छा रसूख रखते हैं. बालियान लगातार दूसरी बार केन्द्र में मंत्री हैं.
HIGHLIGHTS
- आज देश में कुल 102 सीटों पर हो रहा मतदान, इनमें कई सीट वीवीआईपी
- 8 केंद्रीय मंत्री, 2 पूर्व मुख्यमंत्री और एक राज्यपाल की भी किस्मत का होगा आज फैसला
- देश की टॅाप 10 सीटों पर फिलहाल शांतिपूर्ण चल रहा मतदान
Source : Sunder Singh