लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha Election 2019) के लिए वोटिंग में अब कुछ ही दिनों का समय बचा है. लेकिन इससे पहले आम आदमी पार्टी (AAP) में भीतरखाने सब कुछ सही नहीं चल रहा है. पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी रहे कुमार विश्वास बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल से तल्खी बढ़ने के बाद कुमार आम आदमी पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का विश्वास बढ़ा सकते हैं. हाल ही में दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने उनसे मुलाकात की. ऐसे में उनके बीजेपी में जाने की चर्चाओं को और बल मिल रहा है. हालांकि, इस बारे में अभी तक दिल्ली भाजपा का कोई भी नेता खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है.
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माना जा रहा है कि बीजेपी पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कुमार विश्वास को चुनाव भी लड़ा सकती है. पूर्वी दिल्ली के सांसद महेश गिरी की सीट बदले जाने की भी चर्चा है. इस सीट पर ब्राह्मण मतदाताओं को ध्यान में रखकर बीजेपी किसी ब्राह्मण उम्मीदवार पर ही दांव लगाना चाह रही है. ऐसे में पार्टी के कुछ नेता विश्वास को इस सीट से उतारने की हिमायत कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि किसी समय आम आदमी पार्टी का प्रमुख चेहरा रहे कुमार विश्वास को चुनाव प्रचार में भी नहीं लगाया गया है. ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. कुमार विश्वास भी अक्सर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते रहते हैं. उनके नजदीकी कपिल मिश्रा पहले से आप के खिलाफ बगावत करके अब मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का अभियान चला रहे हैं.
अलका लांबा और सौरभ भारद्वाज में ट्विटर पर जंग
उधर, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की नेता अलका लांबा और सौरभ भारद्वाज के बीच ट्विटर पर खूब जुबानी जंग देखने को मिली. यह जुबानी जंग मंगलवार को कांग्रेस का घोषणापत्र जारी होने के बाद देखने को मिली. अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग पर सवाल खड़ा कर दिया. उनके ऐसा करते ही आप विधायक सौरभ भारद्वाज के साथ ट्विटर पर जंग छिड़ गई.
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अलका लांबा ने कहा कि हर पार्टी का अपना घोषणा पत्र होता है, कांग्रेस के घोषणा पत्र में पॉन्डिचेरी को तो पूर्ण राज्य देने की बात है, पर दिल्ली को लेकर कोई बात नही है, साफ है कि कांग्रेस के लिये अब दिल्ली-पूर्ण राज्य मुद्दा नही रहा. वहीं आप इसी मुद्दों को अपना प्रमुख मुद्दा बना रही है. अलका ने गठबंधन पर सवाल किया है. उन्होंने आगे लिखा कि गठबंधन कैसे होगा? अलका के इस ट्वीट पर सौरभ भारद्वाज ने लिखा कि आप क्या चाहती हैं? पूर्ण राज्य या.....
सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो शेयर कर लिखा कि नेता जी अपनी दुखी जनता के लिए पूर्ण राज्य मांग रही हैं. तब तक कांग्रेस का घोषणा पत्र नहीं आया था इसलिए नेता जी को जनता का सारा दुःख पता था. इसके जवाब में अलका ने सौरभ का धन्यवाद दिया. अलका लांबा पहले भी कई बार विवादों में रही हैं. कुछ समय पहले दिल्ली सरकार की ओर से राजीव गांधी को भारत रत्न वापस लिए जाने संबंधी प्रस्ताव पर खुलकर विरोध किया था.
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Source : News Nation Bureau