लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे लेकिन उससे पहले रविवार को देश की तमाम एजेंसियों ने एग्जिट पोल के नतीजे घोषित कर दिए. लगभग सभी एजेंसियों ने अपने-अपने एग्जिट पोल में अनुमान जताया है कि देश में एक बार फिर से एनडीए की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने जा रही है और मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे. एग्जिट पोल के नतीजों में यदि उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो देश के सबसे बड़े राज्य में सत्ताधारी बीजेपी और एसपी-बीएसपी के महागठबंधन में जबरदस्त टक्कर देखने को मिल सकती है. इस बात में कोई दो राय नहीं है कि राज्य की दो बड़ी पार्टियों समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के एक साथ आने से बीजेपी को बड़ा नुकसान होने वाला है.
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लोकसभा चुनाव 2014 की बात करें तो मोदी लहर का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर प्रदेश में ही पड़ा था. जबकि 2009 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में महज 10 सीटों पर जीत मिली थी. ऐसे में 2014 के चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता में मोदी लहर ने ऐसा जादू बिखेरा कि देखने वाले लोग देखते ही रह गए. 2009 में 80 में से महज 10 सीट लाने वाली बीजेपी ने 2014 में 71 सीटों पर कब्जा जमाया था. मोदी लहर में सबसे बड़ा नुकसान समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को हुआ. 2009 लोकसभा चुनाव में 23 सीटें पाने वाली एसपी 2014 में मात्र 5 सीटों पर ही सिमट गई. जबकि बीएसपी के साथ तो जनता ने ऐसा खेल खेला, जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की गई थी. 2009 लोकसभा चुनाव में 20 सीट जीतने वाली मायावती की पार्टी का 2014 चुनाव में खाता भी नहीं खुला था.
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हालांकि 2019 लोकसभा चुनाव में नतीजे एक बार फिर से काफी बदले हुए नजर आएंगे. SP और BSP के साथ आने से राज्य में महागठबंधन की ताकत में जबरदस्त इजाफा हुआ है. हमारे सहयोगी चैनल न्यूज नेशन के एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में बीजेपी और उनके सहयोगी दलों (एनडीए) को इस बार 38 से 40 सीटें मिल सकती हैं. जबकि SP और BSP के महागठबंधन को भी इतनी ही सीटें मिल सकती हैं. राज्य में कांग्रेस की एक बार फिर से दुर्गति होती दिखाई दे रही है. यूपी में कांग्रेस को केवल 2 से 3 सीटों पर ही जीत मिल सकती हैं, जिनमें अमेठी और रायबरेली भी शामिल हैं. बहरहाल हमें लोकसभा 2019 के स्पष्ट नतीजों के लिए 23 मई का ही इंतजार करना होगा.
Source : Sunil Chaurasia