प्रधानमंत्री नरेंद्र लगातार दूसरी बार देश में बीजेपी की सरकार बनाने जा रहे हैं. इसके लिए अब महज औपचारिक ऐलान किया जाना बाकी है. चुनाव के नतीजों से पहले तक बीजेपी की ऐसी प्रचंड जीत की कल्पना किसी भी ने भी नहीं की थी. लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न सिर्फ बीजेपी बल्कि उनके सहयोगी दलों ने भी शानदार जीत की ओर हैं. कांग्रेस के लिए यह एक आत्ममंथन का विषय है कि चुनाव तक राहुल गांधी के नेतृत्व में यूपीए की जीत के भी काफी दावे किए जा रहे थे लेकिन वे सभी दावे महज कागजों में सिमट कर रह गए.
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के अंतरिम बजट में घोषणा की गई थी कि बीजेपी सरकार देश के सभी गरीब किसानों को सालाना 6000 रुपये की आर्थिक मदद देगी. जहां एक ओर देश के गरीब किसानों को मोदी सरकार का ये फॉर्मूला काफी पसंद आया तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने मोदी सरकार की किसानों के लिए दी जा रही इस मदद की काफी आलोचना की थी. मोदी सरकार की इसी मदद को काटने के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में वादा किया कि वे देश के सभी गरीब लोगों को सालाना 72000 रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराएंगे.
राहुल गांधी के लिए ये काफी चिंता की बात है कि कांग्रेस के 72000 रुपये जनता ने लालच की तौर पर देखा और मोदी सरकार के 6000 रुपये में ही संतुष्टि दिखाई. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो सीटों से चुनाव लड़ रहे थे. अमेठी लोकसभा सीट पर वे कांटे की टक्कर में स्मृति ईरानी से हार गए तो वहीं उन्होंने वायनाड सीट पर प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की. राहुल गांधी ने कांग्रेस की हार को अपनी जिम्मेदारी बताया है. इसके साथ ही उन्होंने अमेठी की नई सांसद स्मृति ईरानी को जीत की बधाई भी दी है.
Source : Sunil Chaurasia