लोकसभा चुनाव 2019 होने में अब कुछ ही दिन बाकी है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी चुनावी रणनीति बनाने में जुट गए है. वहीं इस बार का लोकसभा चुनाव थोड़ा दिलचस्प होने जा रहा है क्योंकि बीजेपी को हराने के लिए इसबार कई पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है. तो इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राह थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकता है. लोकसभा में बिहार के बाद अब कर्नाटक में भी कांग्रेस को यहां की मजबूत क्षेत्रिय पार्टी जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) का साथ मिल गया है.
जेडीएस के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन और सीट बंटबारें को लेकर कहा, 'मैं एक बार फिर से धर्मनिरपेक्ष (सेकूलर) ताकतों को जिंदा रखने के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए तैयार हूं. हम सीटों को शेयर करने जा रहे हैं, जिसे हम अगले एक सप्ताह या दस दिनों में अंतिम रूप देने वाले है.'
बता दें कि कर्नाटक में 2014 का चुनाव एक ही चरण में हुआ था. राज्य में लोकसभा की कुल 28 सीटें है, जिसमें बीजेपी ने 17 सीट पर अपनी जीत हासिल की थी जबकि कांग्रेस सिर्फ 9 सीटों तक ही सिमट कर रह गई थी. वहीं बाकी दो सीट जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) जीतने में सफर रही थी. साल 2009 के लोकभा में बीजेपी ने 19 सीट जीती थी जबकी कांग्रेस-जेडीएस ने 6 और 3 सीट पाने में सफल हो पाई थी.