उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश इन दिनों राजधानी दिल्ली में मौजूद हैं और कांग्रेस के लिए उत्तराखंड बहुल इलाकों में चुनाव प्रचार कर रही हैं. इंदिरा हृदयेश ने न्यूज़ स्टेट से बातचीत में कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार से ज्यादा ध्यान उत्तराखंड के जंगल की आग पर देना चाहिए. इस वक्त टूरिज्म का सीजन सबसे ज्यादा है और उत्तराखंड के जंगलों में आग लगी हुई है. जिसकी वजह से नासिर पर्यटन बल्कि, वन संपदा को भी नुकसान पहुंच रहा है.
जिताऊ उम्मीदवार को दी गई है टिकट, नहीं देखा प्रदेश
दिल्ली की सभी सातों सीटों पर प्रदेश के मूल निवासी नहीं बल्कि जीतने की संभावनाओं को देखकर उम्मीदवारी तय की गई है. इससे पहले उत्तराखंड मूल निवासियों को विधायक की टिकट दी गई थी तब भी वह नहीं जीत पाए थे. दिल्ली में पहाड़ी पूर्वांचल ही नहीं पूरे देश के लोग रहते हैं.
गठबंधन आलाकमान का फैसला, शीला की जीत का दावा
दिल्ली में आप के साथ गठबंधन ना करने का फैसला कांग्रेस हाईकमान का है. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है जिसका जनाधार पूरे देश में है. मैंने शीला दीक्षित के लिए चुनाव प्रचार किया है. दिल्ली की सूरत शीला ने बदली है, मुझे लगता है कि उनके विकास के आधार पर ही जनता उन्हें विजय दिलाएगी . कांग्रेस अगर सपा बसपा गठबंधन के साथ होती तो ज्यादा फायदा रहता. कांग्रेस को साथ नहीं आने की वजह से महागठबंधन को उत्तर प्रदेश में कई सीटों पर भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
Source : Rahul Dabas