बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं. पीएम मोदी के विमान में बक्शे के मामले पर मायावती ने कहा कि चुनाव आयोग के पास ऐसा कौनसा अधिकार है, जिससे पीएम के विमान की तलाशी पर रोक है. ऐसा करने पर आइएएस पर्यवेक्षक को निलम्बित कर दिया गया. बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा उनके चुनाव प्रचार पर रोक लगाने के बाद मायावती लगातार आयोग को घेरने में लगी हुई है.
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मायावती (Mayawati) ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, 'चुनाव आयोग के पास ऐसा कौनसा अधिकार है, जिससे पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के विमान की तलाशी पर रोक है व ऐसा करने पर आइएएस पर्यवेक्षक को निलम्बित कर दिया गया. बीएसपी पूर्व सीईसी कुरैशी से सहमत है कि ऐसी कार्रवाई अनुचित है. आयोग को निष्पक्ष काम करना चाहिए ना कि पीएम मोदी को हर प्रकार की खुली छूट.'
चुनाव आयोग के पास ऐसा कौनसा अधिकार है जिससे पीएम के विमान की तलाशी पर रोक है व ऐसा करने पर आइएएस पर्यवेक्षक को निलम्बित कर दिया गया। बीएसपी पूर्व सीईसी श्री कुरैशी से सहमत है कि ऐसी कार्रवाई अनुचित है। आयोग को निष्पक्ष काम करना चाहिए ना कि पीएम श्री मोदी को हर प्रकार की खुली छूट।
— Mayawati (@Mayawati) April 19, 2019
इससे पहले गुरुवार को मायावती ने चुनाव आयोग (Election Commission) पर निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि पाबंदी के बावजूद योगी आदित्यनाथ मंदिरों, शहरों जाकर चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग उनके प्रति मेहरबान है क्यों ? मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, 'चुनाव आयोग की पाबंदी का खुला उल्लंघन करके यूपी के सीएम योगी शहर-शहर व मन्दिरों में जाकर एवं दलित के घर बाहर का खाना खाने आदि का ड्रामा करके तथा उसको मीडिया में प्रचारित/प्रसारित करवाके चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं, किन्तु आयोग उनके प्रति मेहरबान है, क्यों ?'
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बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, 'अगर ऐसा ही भेदभाव व बीजेपी नेताओं के प्रति चुनाव आयोग की अनदेखी व गलत मेहरबानी जारी रहेगी तो फिर इस चुनाव का स्वतंत्र व निष्पक्ष होना असंभव है. इन मामलों मे जनता की बेचैनी का समाधान कैसे होगा ? बीजेपी नेतृत्व आज भी वैसी ही मनमानी करने पर तुला है जैसा वह अबतक करता आया है, क्यों ?'
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने बसपा सुप्रीमो मायावती और सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर आचार संहिता का उल्लंघन करने पर प्रतिबंध लगाया था. चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ के प्रचार पर 72 घंटे और मायावती के प्रचार पर 48 घंटे का बैन लगाया था.
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Source : News Nation Bureau