लाेकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के लिए मतदाताओं ने अपना फैसला सुना दिया है. चुनाव के नतीजे 23 मई (Lok Sabha Election results 45 may) को आएंगे. लेकिन इससे पहले आए Exit Polls में एक बार फिर मोदी सरकार (PM Narendra Modi) बनती दिख रही है. लगभग सभी चैनलों ने बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को 300 से ज्यादा सीटें दी हैं, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी 272 के जादुई आंकड़े से काफी अधिक हैं. राजनीतिक पंडितों और सियासत के मझे हुए खिलाड़ियों के लिए ये आंकड़े भले ही चौंकाने वाले हों, लेकिन चुनाव से पहले ही 'रावण संहिता' ने बता दिया था कि आएगा तो मोदी ही. अब देखना ये है कि रावण संहिता के आधार पर की गई भविष्यवाणी और एग्जिट पोल, नतीजों के कितने करीब होते हैं.
रावण संहिता को एक ग्रंथ है, जिसकी रचना खुद रावण ने की थी. रावण के बारे में ऐसा कहा जाता है कि वह तीनों लोकों का स्वामी था. उसने न केवल इंद्र बल्कि सभी ग्रहों को अपने कब्जे में कर रखा था. रावण उस समय का सबसे बड़ा विद्वान माना जाता है. कहते हैं कि यह ग्रंथ काफी प्राचीन है. माना जाता है कि रावण संहिता की एक प्रति देवनागरी लिपि में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के गांव गुरुवलिया में सुरक्षित रखी गई है और इसी रावण संहिता के आधार पर बताया गया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में किस पार्टी की विजय होगी और कौन प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज होगा. यह दावा चुनाव शुरू होने से पहले किया गया था.
आजकल गुरवलिया बाजार राजनीति से जुड़ी एक भविवाणी को लेकर चर्चा में है.यहां स्थित मां पीतांबरा शक्ति पीठ व शोध संस्थान के संस्थापक जयोतिषाचार्य ने देश में एकमात्र पाई जाने वाली रावण संहिता के आधार पर दावा किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में BJP की पुनः सरकार बनेगी. नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) एक बार फिर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज होंगे.
कुशीनगर जिले के गुरवलिया बाजार में स्थित मां पीतांबरा शक्ति पीठ व तंत्र मंत्र शोध संस्थान हिंदू धर्म के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है. यहां स्थित रावण संहिता के जानकार आचार्य अपनी भविष्यवाणी के लिए विख्यात है. लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित शिव शंकर पाठक ने भविष्यवाणी की है. प्रश्न के आधार पर की गई ज्योतिष गणना के बाद चंद्र कुंडली की गणना करते हुए उन्होंने बताया कि भावी सरकार के बारे में किया गया प्रश्न मीन लग्न में है, लग्नेश बृहस्पति भाग्य के स्थान पर त्रिकोण में स्थित है तथा दशम भाव (राज स्थान) में शुक्र शनि का योग है.
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ज्योतिषाचार्य ने लग्न कुंडली के आधार पर पूरी गणना को विस्तार से बताते हुए कहा कि ज्योतिषी गलत हो सकता है, लेकिन ज्योतिषविद्या गलत नहीं हो सकती . इस कुंडली के आधार पर साफ तौर पर कहा जा सकता है कि अपने सहयोगी दलों के साथ भारतीय जनता पार्टी ही पुनः केंद्र में सत्ता पर काबिज होगी और प्रधानमंत्री पद पर नरेंद्र मोदी ही आसीन होंगे .
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उन्होंने एक श्लोक पढ़ते हुए कहा कि हो सकता है कि अंत में उनके सामने छोटे-मोटे व्यवधान भी खड़े हो. ज्योतिषाचार्य शिव शंकर पाठक की ज्योतिष गणित के अनुसार विपक्षी दलों के लिए भी एक अच्छी खबर है . उन्होंने बताया कि विपक्ष में बैठे हुए राजनीतिक दलों की स्थिति पिछले बार की तुलना अच्छी रहेगी.उनका मत प्रतिशत बढ़ने का योग प्रदर्शित हो रहा है, लेकिन कोई भी विपक्षी दल सरकार नहीं बना सकेगा और अंत में आपसी कलह उत्तपन्न के कारण गठबंधन भी काम नहीं करेगा इसलिए विपक्षी पार्टी द्वारा सरकार बनाने का योग इस कुंडली में प्रदर्शित नहीं होता दिख रहा है.